शहडोल. १९९८ में जिला पंचायत द्वारा हुई संविदा शिक्षक
भर्ती का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। राज्य सूचना आयोग द्वारा पूछे
जाने पर जिला पंचायत द्वारा बताया गया है कि संविदा शिक्षक भर्ती १९९८ के
रिकार्ड कार्यालय में उपलब्ध नहीं है। जिस पर सूचना आयोग ने गहरी नाराजगी
जताते हुए जबावदार अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए
है। साथ ही २४ अगस्त को दस्तावेज समेत जिला पंचायत के अधिकारियों को तलब
किया है।
इस मामले में आरटीआई कार्यकर्ता नरेन्द्र सिंह गहरवार ने १९९८
में हुई संविदा शिक्षक भर्ती के आरटीआई के तहत जानकारी मांगा था। लेकिन
बार-बार तारीख देने के बाद भी जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई। अंतत:आरटीआई
कार्यकर्ता ने राज्य सूचना आयोग में शिकायत दर्ज कराई। लेकिन राज्य सूचना
आयोग के निर्देश पर भी जानकारी नहीं दी गई। तब राज्य सूचना आयोग ने सम्बधित
अधिकारियों को तलब किया गया। लेकिन वे हाजिर नहीं हुए। लिखित तौर पर बताया
कि शिक्षक भर्ती के रिकार्ड कार्यालय में उपलब्ध नहीं है। रिकार्ड गायब की
लिखित जानकारी पर जिला पंचायत के कार्यपालन अधिकारी को दोषी लोगों के खिलफ
एफआई आर दर्ज कराने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही 24 अगस्त को होने वाली
अगली सुनवाई में हाजिर होने के लिए कहा है।
वेतन न मिलने पर गैंगमेन कार्यालय में तालाबंदी कर जताया विरोध
लोक निर्माण विभाग में कार्यरत गैंगमैन वेतन न मिलने पर सोमवार को संभागीय
कार्यालय में तालाबंदी कर विरोध जताया। गैंगमैन ऑफिस के मेन गेट को बंद कर
दिया और अंदर किसी वाहन को प्रवेश नहीं करने दिया। यह ताला बंदी घंटे भर
चली। इसके बाद गैंगमैन कार्यालय के सामने दिन भर धरने पर बैठे रहे। धरने पर
बैठे गैंगमैन श्रमिकों का माह जून और जुलाई से पेमेंट नहीं मिला है। इसमे
जिले भर के के गैंगमैन श्रमिक शामिल रहे । इसके अलावा गैंगमेन अर्जित
अवकांश,एरियर्स एवं अंशदान कटौती,वेतन निर्धारण आदि की मांग कर रहे है।