श्योपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि शिक्षा विभाग ने अपने यहां कार्यरत
सभी कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका को ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है। इस
क्रम में सभी शिक्षकों की सेवा पुस्तिका संकुल केन्द्रों के माध्यम से
ऑनलाइन करके सेवा पुस्तिका को ई-सेवा पुस्तिका में तब्दील किया जाना है।
पहले 30 मार्च तक यह काम होना था जिसे बढ़ाकर 15 अप्रैल कर दिया गया। इसके बाद भी बढ़ी तिथि में भी शिक्षक सेवा पुस्तिका अपडेट नहीं करा सके। जिले में सभी वर्गा के पदस्थ 3622 शिक्षकों में से सिर्फ 1372 शिक्षकों ने ही सेवा पुस्तिका अपडेट कराने के लिए ऑनलाइन रिक्वेस्ट डाली है। 2250 शिक्षकों ने रिक्वेस्ट ही नहीं भेजी है।
श्योपुर जिले में शिक्षकों सहित शिक्षा विभाग में 3622 कर्मचारी पदस्थ है। इनमें से सिर्फ 1372 शिक्षकों ने ही निजी कम्प्यूटर सेंटर पर पहुंचकर अपनी सेवा पुस्तिका को ऑनलाइन कर उसमें सुधार करते हुए विभाग को रिक्वेस्ट भेज दी है। शिक्षकों की रिक्वेस्ट को संकुल केन्द्रों पर अपडेट करने का काम किया जा रहा है। शिक्षकों की अरूचि के चलते 15 अप्रैल तक जिले में सिर्फ 1372 ही सेवा पुस्तिका अपडेट हो सकी है। डीईओ अजय कटियार ने बताया कि, सर्वरडाउन होने की वजह से ही ई-सेवा अपडेट करने के काम में देरी हो रही है। हालांकि 15 अप्रैल तक ई-सेवा पुस्तिका के लिए संबंधित शिक्षकों को ऐजुकेशन पोर्टल पर रिक्वेस्ट भेजनी थी। करीब 2 हजार शिक्षक रिक्वेस्ट भेज चुके है। जिन्होंने रिक्वेस्ट भेज दी है। उन्हें संकुल केन्द्रों पर पासवर्ड के माध्यम से अपडेट करने का काम किया जा रहा है। जो शिक्षक रिक्वेस्ट भेजने से वंचित रहे गए है। उनके लिए फिर साइड खोली जाएगी।
युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया होगी प्रभावित
सरकार ने शिक्षक विहीन व कम शिक्षकों वाले स्कूलों में सरप्लस शिक्षकों वाले स्कूलों से शिक्षक भेजने के लिए युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया शुरु करने के निर्देश दिए थे। यह प्रक्रिया ई-सेवा पुस्तिका के माध्यम से की जानी थी। समस्त शिक्षकों द्वारा ई-सेवा पुस्तिका अपडेट नहीं कराने से युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया भी प्रभावित हुई है। हालांकि श्योपुर जिले में इसका कोई खास प्रभाव पड़ने वाला नहीं है। क्योंकि शिक्षा विभाग युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया की अधिकतर कार्रवाई पहले ही पूरी कर चुका है। बीच सत्र के कारण यह प्रक्रिया रोकी गई थी।
पहले 30 मार्च तक यह काम होना था जिसे बढ़ाकर 15 अप्रैल कर दिया गया। इसके बाद भी बढ़ी तिथि में भी शिक्षक सेवा पुस्तिका अपडेट नहीं करा सके। जिले में सभी वर्गा के पदस्थ 3622 शिक्षकों में से सिर्फ 1372 शिक्षकों ने ही सेवा पुस्तिका अपडेट कराने के लिए ऑनलाइन रिक्वेस्ट डाली है। 2250 शिक्षकों ने रिक्वेस्ट ही नहीं भेजी है।
श्योपुर जिले में शिक्षकों सहित शिक्षा विभाग में 3622 कर्मचारी पदस्थ है। इनमें से सिर्फ 1372 शिक्षकों ने ही निजी कम्प्यूटर सेंटर पर पहुंचकर अपनी सेवा पुस्तिका को ऑनलाइन कर उसमें सुधार करते हुए विभाग को रिक्वेस्ट भेज दी है। शिक्षकों की रिक्वेस्ट को संकुल केन्द्रों पर अपडेट करने का काम किया जा रहा है। शिक्षकों की अरूचि के चलते 15 अप्रैल तक जिले में सिर्फ 1372 ही सेवा पुस्तिका अपडेट हो सकी है। डीईओ अजय कटियार ने बताया कि, सर्वरडाउन होने की वजह से ही ई-सेवा अपडेट करने के काम में देरी हो रही है। हालांकि 15 अप्रैल तक ई-सेवा पुस्तिका के लिए संबंधित शिक्षकों को ऐजुकेशन पोर्टल पर रिक्वेस्ट भेजनी थी। करीब 2 हजार शिक्षक रिक्वेस्ट भेज चुके है। जिन्होंने रिक्वेस्ट भेज दी है। उन्हें संकुल केन्द्रों पर पासवर्ड के माध्यम से अपडेट करने का काम किया जा रहा है। जो शिक्षक रिक्वेस्ट भेजने से वंचित रहे गए है। उनके लिए फिर साइड खोली जाएगी।
युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया होगी प्रभावित
सरकार ने शिक्षक विहीन व कम शिक्षकों वाले स्कूलों में सरप्लस शिक्षकों वाले स्कूलों से शिक्षक भेजने के लिए युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया शुरु करने के निर्देश दिए थे। यह प्रक्रिया ई-सेवा पुस्तिका के माध्यम से की जानी थी। समस्त शिक्षकों द्वारा ई-सेवा पुस्तिका अपडेट नहीं कराने से युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया भी प्रभावित हुई है। हालांकि श्योपुर जिले में इसका कोई खास प्रभाव पड़ने वाला नहीं है। क्योंकि शिक्षा विभाग युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया की अधिकतर कार्रवाई पहले ही पूरी कर चुका है। बीच सत्र के कारण यह प्रक्रिया रोकी गई थी।