सागर. बोर्ड परीक्षा का मूल्यांकन मंगलवार से समन्वय
संस्था एमएलबी स्कूल (क्रं१) में शुरू हो गया। पहले ही दिन ५९० विषय
विशेषज्ञ शिक्षक नहीं पहुंचे। कुल ९०० शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी।
कई
परीक्षक तो सुबह ११ बजे के बजाय दोपहर २ बजे आए। प्रथम चरण के लिए
मूल्यांकन के लिए दो जिलों से डेढ़ लाख उत्तर पुस्तिकाएं आई हैं। पहले दिन
शिक्षकों की कमी के चलते ४,५५३ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन हो पाया।
पहले चरण का मूल्यांकन ४ अप्रेल को समाप्त करना है। हाईस्कूल की हिन्दी,
अंग्रेजी और संस्कृत एवं हायर सेकंडरी की हिन्दी, अंग्रेजी, सामाजिक
विज्ञान, संस्कृत की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है।
मंगलवार को बोर्ड परीक्षा
भी आयोजित की गई थी। यहां शिक्षकों की भी ड्यूटी
लगी है। इसलिए केंद्र पर मूल्यांकनकर्ता देरी से पहुंचे।
अरविंद जैन, परीक्षा समन्वयक
पीइबी ने अपात्रों को पात्र बनाकर दे दी नियुक्ति
सागर. प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीइबी) के माध्यम से समूह-4 के
अंतर्गत सहायक ग्रेड 3 स्टेनोटाइपिस्ट, स्टेनोग्राफर, डाटा एंट्री ऑपरेटर,
आईटी ऑपरेटर एवं अन्य पदों पर भर्ती के लिए संयुक्त भर्ती परीक्षा 2016 में
आयोजित की गई थी, इसमें विज्ञापन व गाइड-लाइन के मुताबिक एेसे
अभ्यार्थियों का चयन किया जाना था जो कम्प्यूटर पर 30 शब्द प्रति मिनट की
गति से टाइपिंग की दक्षता रखते हों, लेकिन कम दक्षता वाले अभ्यार्थियों को
शासकीय नियुक्तियां दे दीं गईं।
यह आरोप मंगलवार को शहर के युवाओं ने
पत्रकारवार्ता में लगाए। डॉ. धर्णेंद्र जैन ने आरोप लगाते हुए बताया कि
एेसे कई अभ्यार्थी हैं, जो नियुक्ति के वक्त टाइपिंग भी नहीं जानते थे और
उन्होंने बाद में प्रमाण पत्र हासिल किया। सागर कलेक्टर कार्यालय में
विज्ञापन के मुताबिक १९ भर्तियां की गई हैं, जबकि प्रदेश में
सैकड़ों
नियुक्तियां अलग-अलग समय पर की गईं हैं। डॉ. जैन, रोहित तिवारी समेत अन्य
युवाओं ने इस मामले की शिकायत पीईबी के साथ मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह से
भी की है।