शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में एनसीआरटी का कोर्स लागू कर दिया लेकिन
विभाग के पास प्रशिक्षित शिक्षक नहीं हैं। ऐसे में शिक्षा विभाग सभी
शिक्षकों को ट्रेनिंग देगा। निजी स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों की मदद ली
जाएगी। शैक्षणिक सत्र 2017-18 से सभी सरकारी हाईस्कूल एवं हायर सेकंडरी
स्कूलों में 9वीं एवं 11वीं में एनसीईआरटी कोर्स पढ़ाया जाएगा।
शिक्षण सत्र 2018-19 से 10वीं और 12वीं में विज्ञान, गणित एवं कॉमर्स संकाय में एनसीईआरटी का कोर्स लागू किया जा रहा है। अंग्रेजी, गणित और विज्ञान के शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। 15 जून से शुरुआत होगी।
167 हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल हैं जिले में
जिले में 167 हाई और हायर सेकंडरी स्कूल है। सभी स्कूलों के शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। प्राइवेट सीबीएसई स्कूलों में एनसीईआरटी कोर्स पढ़ा रहे प्राइवेट स्कूल टीचर्स की मदद ली जाएगी। वो शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे। बदले में मानदेय दिया जाएगा। लोक शिक्षण संचालनालय इस व्यवस्था के लिए प्राइवेट स्कूलों और शिक्षकों से प्रस्ताव मांगेगा। अगर यह पाया जाता है कि प्रशिक्षक द्वारा प्रशिक्षण अच्छे से नहीं दिया जा रहा तो हटाया जा सकता है। शिक्षा विभाग के मुताबिक सभी शिक्षकों को पांच-पांच दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी।
शिक्षण सत्र 2018-19 से 10वीं और 12वीं में विज्ञान, गणित एवं कॉमर्स संकाय में एनसीईआरटी का कोर्स लागू किया जा रहा है। अंग्रेजी, गणित और विज्ञान के शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। 15 जून से शुरुआत होगी।
167 हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल हैं जिले में
जिले में 167 हाई और हायर सेकंडरी स्कूल है। सभी स्कूलों के शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी। प्राइवेट सीबीएसई स्कूलों में एनसीईआरटी कोर्स पढ़ा रहे प्राइवेट स्कूल टीचर्स की मदद ली जाएगी। वो शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे। बदले में मानदेय दिया जाएगा। लोक शिक्षण संचालनालय इस व्यवस्था के लिए प्राइवेट स्कूलों और शिक्षकों से प्रस्ताव मांगेगा। अगर यह पाया जाता है कि प्रशिक्षक द्वारा प्रशिक्षण अच्छे से नहीं दिया जा रहा तो हटाया जा सकता है। शिक्षा विभाग के मुताबिक सभी शिक्षकों को पांच-पांच दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी।