पीईबी द्वारा आयोजित शिक्षकों की भर्ती परीक्षा में पदों की संख्या स्पष्ट न
होने के कारण हजारों आवेदक परेशान हैं। देशभर में शिक्षकों की भर्ती से
पहले ही विज्ञापन में सब्जेक्ट के हिसाब से खाली पदों की संख्या साफ-साफ
लिखी जाती है, जबकि मध्य प्रदेश में संविदा शिक्षक पात्रता परीक्षा के
विज्ञापन में केवल संविदा शिक्षकों की कुल सीटों की जानकारी दी जाती है। इस
कारण जिन सब्जेक्ट में कम पद होते हैं उनमें काफी कठिन प्रतिस्पर्धा हो
जाती है और कम ही आवेदकों का चयन हो पाता है।
स्कूल शिक्षा विभाग में गणित, विज्ञान, संस्कृत, हिंदी, अंग्रेजी,
भूगोल, इतिहास सहित कई सब्जेक्ट में संविदा शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित
की जाना है। परीक्षा में सब्जेक्ट के हिसाब से खाली पदों संख्या की जानकारी
नहीं रहती है। ऐसे में आवेदक को पता ही नहीं होता है कि जिस विषय के लिए
वह परीक्षा दे रहा है, उसमें कितने पद हैं।
कई विषय ऐसे होते हंै, जिनकी प्रदेश स्तर पर काफी कम सीटें होती हैं।
इस कारण आवेदकों में काफी कठिन प्रतिस्पर्धा होती है। कुछ आवेदकों की
शिकायत पर डीबी स्टार ने इस मामले में स्कूल शिक्षा विभाग के मंत्री दीपक
जोशी से बात की तो उनका कहना था कि हां, यह बात सही है कि हर साल विज्ञापन
में सब्जेक्ट के हिसाब से संविदा शिक्षकों की सीटें निर्धारित नहीं की जाती
हैं। इस बार सीटों की गणना करने पर विचार करेंगे।
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समस्या हल करने का प्रयास करेंगे
 संविदा शिक्षक पात्रता परीक्षा में सब्जेक्ट के हिसाब से पदों
की संख्या की जानकारी की मांग पर विचार किया जाएगा। आवेदकों की इस समस्या
को हल करने की कोशिश की जाएगी। दीपक जोशी, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री, मप्र
सभी राज्यों में सब्जेक्ट के हिसाब से सीटें रहती हैं
 उत्तर प्रदेश, दिल्ली सहित अन्य राज्यों में शिक्षक भर्ती
परीक्षा में सब्जेक्ट के हिसाब से पद स्पष्ट किए जाते है। इससे आवेदकों को
पता रहता है कि किस सब्जेक्ट में कितने पद हैं। मप्र में स्कूल शिक्षा
विभाग हर बार विज्ञापन में कुल संविदा शिक्षक पदों की संख्या देता है,
लेकिन सब्जेक्ट के हिसाब से पद नहीं रहते हैं। इस कारण आवेदकों को परेशानी
आती है। पवन रजक, शिकायतकर्ता
संविदा शिक्षक
पात्रता परीक्षा की सीटों की संख्या
संविदा शिक्षक वर्ग - 1
10
संविदा शिक्षक वर्ग - 2
11
संविदा शिक्षक वर्ग - 3
09
हजार 900 सीट
हजार 200 सीट
हजार 500 सीट