स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए अतिथि शिक्षकों को रखने की जो
प्रकिया चल रही है, उसमें पोर्टल की खराबी के चलते हजारों बेरोजगार युवा
परेशान हो रहे हैं।
वे एक कैफे से दूसरे कैफे इस उम्मीद से जाते हैं कि
शायद लिंक मिल गई हो और स्कूल की च्वाइस फिलिंग की जा सके। लेकिन उन्हें हर
जगह निराशा ही मिल रही है।
पूर्व निर्धारित शेड्यूल के तहत हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल में
अतिथि शिक्षक बनने के लिए च्वाइस फिलिंग की अंतिम तारीख 19 जुलाई होने के
चलते लोग परेशान हुए। पोर्टल ही नहीं खुला। पोर्टल खुला भी तो हाईस्कूल के
लिए च्वाइस फिलिंग करने की स्टेप नहीं खुलने से परेशान होना पड़ा। हालांकि
स्कूल शिक्षा विभाग भोपाल ने यह तारीख बढ़ाकर अब 23 जुलाई कर दी है।
आवेदकों ने बताया पूरे दिन यहां से वहां कैफे पर भटकते रहे, लेकिन फॉर्म
नहीं भर पाए। गौरतलब है कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अतिथि शिक्षकों की जो
भर्ती कराई जा रही है, उसमें राेज कोई न कोई समस्या सामने आ रही है। कहीं
पोर्टल पर पद रिक्त दिख रहे हैं, लेकिन स्कूल प्रबंधन फॉर्म लेने से यह
कहते हुए इंकार कर रहा है कि स्कूल में पद खाली ही नहीं हैं, पोर्टल पर आ
रही जानकारी गलत है। शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी किए हैं कि जहां कहीं
आवेदकों को दिक्कतें आ रही हैं, वो सीधे बीईओ कार्यालय में जाकर आवेदन दे
सकता हैं। ऐसे आवेदकों को चयन प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा।
यह शासन की संगठन कमजोर करने की नीति हैं
अतिथि शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष लाखन चंदेल ने बताया हाईस्कूल में
च्वाइस फिलिंग नहीं खुलने से परेशान हो रहे है। अब बीएड, बीएड अनुभवी
शिक्षकों की जरूरत होना बताई जा रही है क्या पहले अतिथि शिक्षक स्कूलों में
नहीं पढ़ा रहे थे। सरकार की इस नई नीति से 20 प्रतिशत लोग जुड़ेंगे बाकी
बाहर हो जाएंगे। इसको लेकर 25-26 जुलाई को भोपाल में प्रदर्शन कर
नियमितिकरण की भी मांग करेंगे। मांग पूरी नहीं होने पर विस चुनाव मंे सरकार
के विरोध में मतदान करेंगे।