शिक्षा की गुणवत्ता में कमी के मामले में डीपीसी डॉ. आरएस तिवारी की
कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है। शुक्रवार को कार्रवाई के विरोध
में जिले के सभी शिक्षक विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला पंचायत सीईओ एचएस
मीणा को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा।
इसमें शिक्षकों ने कहा कि डीपीसी के
कार्यकाल में जिले में शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित होगी।
हम इनके कार्यकाल में कार्य नहीं कर पाएंगे। उन्हें तत्काल जिले से
हटाया जाए। 8 दिन में कार्रवाई नहीं की जाती है तो स्कूलों में तालाबंदी की
जाएगी। इस पर जिला पंचायत सीईओ श्री मीणा ने कलेक्टर से बात कर उचित
कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद शिक्षकों ने पूर्व मंत्री कमल पटेल और
भाजपा जिलाध्यक्ष अमर सिंह मीणा को समस्या बताई। उन्होंने कहा 500 शिक्षकों
ने डीईओ से भी शिकायत की है। साथ ही आप भी शिक्षकों की पीड़ा शासन तक
पहुंचाएं।
इस दौरान मप्र राज्य कर्मचारी संघ, मप्र शिक्षक संघ, राज्य अध्यापक
संघ, शासकीय अध्यापक संगठन, संविदा सह अध्यापक संघ, आजाद अध्यापक संघ,
राज्य सहायक अध्यापक संघ के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे। मालूम हो कि डीपीसी
डॉ. आरएस तिवारी ने जिले के 340 प्राथमिक व माध्यमिक शाला के प्रधान पाठकों
से जवाब मांगा है। साथ ही दो माह में गुणवत्ता में सुधार नहीं करने पर
वेतनवृद्धि रोकने की चेतावनी दी है। इससे शिक्षकों में आक्रोश है।