सरकारी स्कूल के शिक्षकों की मनमानी पर किसी का काबू नहीं है। उन्हें न
अफसर की कार्रवाई का डर है और न ही ई-अटेंडेंस की शुरूआत की चिंता।
इसी का
नजारा शुक्रवार को क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में दिखाई दिया। भोपाल रोड पर
स्थित प्राथमिक शाला खानपुर दोपहर में 3 बजे ही बंद हो गई थी तो प्राथा
शाला और माध्यमिक शाला लिधौड़ा में 3.45 बजे ताला डला हुआ था।
शुक्रवार को सरकारी स्कूलों में ई-अटेंडेंस की प्रक्रिया शुरू होना थी।
शासन द्वारा 20 जुलाई से 31 जुलाई के बीच इस प्रक्रिया का ट्रायल किया जा
रहा है। पहले दिन शुक्रवार को अधिकांश शिक्षक समय पर स्कूल पहुंचने की
जल्दी में रहे। शिक्षकों ने समय पर स्कूल में पहुंच कर ई-शिक्षा मित्र एप
पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। बावजूद इसके कई शिक्षक ऐसे भी थे जिन्हें न तो
गुरुवार को कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह द्वारा बासौदा में की गई
कार्रवाई का भय था और न ही ई-अटेंडेंस की चिंता। वे अपनी मर्जी से स्कूल
में आए और वापस लौटे। दोपहर में दैनिक भास्कर की टीम ने स्कूलों का जायजा
लिया तो स्कूलों की हकीकत सामने आ गई। तीन बजे प्राथमिक शाला खानपुर में
ताला डला हुआ था। ग्रामीण रामवीर ने बताया कि स्कूल की शिक्षिका दो-तीन दिन
में एक बार आती हैं और कुछ समय रुक कर वापस चली जाती हैं वे आज आई थी
लेकिन एक घंटे पहले वापस लौट गई हैं। हमने कई बार शिक्षिका की शिकायत
वरिष्ठ अधिकारियों से की है लेकिन यहां के हालात नहीं सुधरे।