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इ-अटेंडेंस के विरोध में लामबंद हैं शिक्षक

सीहोर. दो अप्रैल से नवीन शिक्षा सत्र २०१८-१९ के श्रीगणेश होते ही स्कूलों के ताले खुल जाएंगे। बच्चे स्कूल जाने तो पढ़ाने वाले शिक्षक इ अटेंडेंस अड़ंगे के चलते धरना प्रदर्शन की तैयारी में है। ऐसा हुआ तो शुरूआत में ही पढ़ाई ठप हो जाएगी। शिक्षा विभाग ने इस दिशा में अब तक कोई रणनीति नहीं बनाई है। इसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ेगा।

३१ मार्च को कक्षा ५, ८, ९ और ११वीं का वार्षिक मूल्यांकन परिणाम घोषित हो चुका है। २ अप्रैल से जिले में नवीन शिक्षा सत्र की शुरूआत होनी है। स्कूल चले हम अभियान के तहत जिले के २ हजार २२७ शासकीय स्कूलों में प्रवेश उत्सव की तैयारियां की जा रही है। शिक्षा पाठ्यक्रमों के साथ अन्य व्यवस्थाएं शुरू की जानी है। सभी शासकीय स्कूलों में पदस्थ करीब ७ से ८ हजार शिक्षक इ-अटेंडेंस को लेकर विरोध करने लगे हैं। विरोध के चलते शिक्षक संगठनों ने आगामी दिनों में इ-अटेंडेंस को लागू करने के विरोध में धरना और विरोध करने की बात कही है। इसी को लेकर २८ मार्च को रैली निकालकर शिकायत दर्ज कराई थी।
योजनाओं का होगा क्रियान्वयन
सत्र को जल्द शुरू करने के पीछे विद्यार्थियों में ज्ञान क्षमता को बढ़ाना है। इसके तहत कक्षा १ से लेकर १२वीं तक प्रवेश के साथ गुणवत्तायुक्त शिक्षा सुनिश्चित की जाएगी। वहीं अप्रैल माह में विद्यार्थियों के लिए विभिन्न योजनाओं की पात्रता की भी तैयारियां की जाएगी। नवीन सत्र के दौरान विद्यार्थियों में विज्ञान, गणित एवं भाषा की कठनाइयों को दूर करने अभ्यास कराया जाएगा।
माना जाएगा अनुपस्थित
शिक्षा सत्र के साथ शिक्षा विभाग इ-अटेंडेंस व्यवस्था लागू करने जा रहा है। इसके तहत जिस स्कूल में शिक्षक पदस्थ है, उसको निर्धारित समय पर पहुंचकर मोबाइल पर लोड एप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराना होगी। शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंचा या अटेंडेंस नहीं लगाई तो उसे अनुपस्थित माना जाएगा।
क्यों हो रहा इ अटेंडेंस का विरोध
ग्रामीण क्षेत्र में पदस्थ अधिकांश शिक्षक शहरी क्षेत्र में रहते है, अपडाउन कर स्कूल पहुंचते हंै। कई सरकारी स्कूलों में बिजली व्यवस्था तक नहीं है। ऐसे में मोबाइल की बैटरी खत्म हो जाए तो उपस्थिति दर्ज नहीं हो सकेगी। कई ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क की भी समस्या बनी रहती है। कुछ शिक्षक ऐसे है, जिन्हे एन्ड्राइड मोबाइल तक चलाना तक नहीं आता है, ऐसे में इ-अटेंडेंस लगाना इनके लिए मुसीबत बनी हुई है।
प्रदर्शन किया जाएगा
इ-अटेंडेंस का विरोध किया जाएगा। रजिस्टर पर सामान्य हस्ताक्षर ही होंगें। मांगें नहीं मानी तो उग्र आंदोलन कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। -सतीश त्यागी, जिलाध्यक्ष अध्यापक संविदा शिक्षक संघ

तैयारी की जा रही
प्र्रवेश उत्सव को लेकर तैयारियां की है। बच्चों को खेल खेल में शिक्षा दी जाएगी। अभी प्रदर्शन को लेकर हमारे पास शिकायत नहीं आई है। -अनिल श्रीवास्तव, डीपीसी सीहोर

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