भास्कर संवाददाता | सागर डीएड-बीएड डिग्रीधारियों बुधवार को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सिटी
मजिस्ट्रेट अविनाश रावत को ज्ञापन सौंपा। प्रशिक्षित छात्रों ने कहा कि
सरकार को मनमाना रवैया छोड़कर संविदा भर्ती प्रक्रिया को जल्द शुरू करना
चाहिए।
विगत 7 वर्ष में सरकार भर्ती नहीं करा पाई है। डीएड-बीएड के हजारों
छात्रों ने कर्ज लेकर डिग्री इस उम्मीद में की थी कि शिक्षक बन सकें, लेकिन
भर्ती प्रक्रिया जानबूझकर नहीं कराई जा रही है। भर्ती जल्दी होनी चाहिए।
प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई तो इस वर्ष भी भर्ती नहीं हो पाएगी। अन्य
राज्यों की तरह प्रदेश में भी बाहरी अभ्यर्थियों को 5 प्रतिशत आरक्षण दिया
जाए। अतिथि शिक्षकों को आयु सीमा और बोनस अंक दिए जा रहे हैं। 25 प्रतिशत
आरक्षण कहीं से भी न्यायोचित नहीं है। वर्तमान समय में जितने अतिथि शिक्षक
कार्यरत हैं उतने ही पदों पर भर्ती की जाए। ज्ञापन में कहा गया है कि सरकार
यदि संविदा शिक्षक भर्ती जल्दी नहीं कराती तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया
जाएगा। ज्ञापन सौंपने वालों में रामभान राजपूत, पीयूष जैन, रहीस ठाकुर,
चंद्रभान नामदेव, अमर दोहरे, दिनेश, राहुल लोधी, धर्मेंद्र लोधी, दीपेश
अहिरवार, नीतीश राय, राजकिशोर, देवेंद्र, सुलभ रावत शामिल हैं।
यह हैं मांगें
 संविदा शिक्षक भर्ती जल्दी कराई जाए। काफी लंबे समय से प्रक्रिया अधर में लटकी है।
 अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों को ओपन भर्ती की जगह केवल 5% आरक्षण सीमित किया जाए।
 राजपत्र में निकाली गई सूचना के अनुसार अतिथि शिक्षकों के लिए 25% आरक्षण नहीं दिया जाए।