बोर्ड परीक्षा में लंबी दूरी पर केंद्राध्यक्ष बनाने के एमपी बोर्ड के
फैसले को लेकर शिक्षकों ने जमकर विरोध किया था। अब फिर से शिक्षक इसके
खिलाफ मुखर हो गए हैं।
इसकी वजह है खुरई प्राचार्य और प्रभारी बीईओ जेड
इक्का का एक्सीडेंट में पैर टूटना। दरअसल, उनकी ड्यूटी खुरई से 40 किलोमीटर
दूर मंडीबामोरा में बतौर केंद्राध्यक्ष लगाई गई थी। कक्षा-10वीं के पहले
पेपर से लौटते समय, उनका एक्सीडेंट हो गया अौर पैर में फ्रेक्चर आ गया।
कलेक्टर ने बीना के व्याख्याता संभव जैन को मंडीबामोरा का केंद्राध्यक्ष
बना दिया।
इस घटना के बाद जिले भर के शिक्षक माशिमं के फैसले की जमकर आलोचना कर
रहे हैं। शिक्षकों के आरोप हैं कि अकारण ही 100 से 150 किलोमीटर दूर तक
शिक्षकों को भेजा गया। इक्का खुरई के बीईओ भी हैं, उन्हें शिक्षकों के
टीडीएस फाइनल करने, वेतन टैक्स में कटी राशि के मुताबिक बनाने, 9वीं और
11वीं का रिजल्ट सॉफ्टवेयर पर अपलोड करने, छात्रवृत्ति सुधरवाने जैसे कई
महत्वपूर्ण काम भी मार्च में ही पूरा करना है। इन्हीं कामों के दबाव की
हड़बड़ाहट में वह बीईओ दफ्तर जाते समय दुर्घटना के शिकार हो गए। इक्का का
कहना है कि उन्होंने स्कूल प्राचार्य का प्रभार एक वरिष्ठ शिक्षक को दे
दिया है।