फर्जी दस्तावेज से संविदा शाला शिक्षक बनने 17 शिक्षकों को शुक्रवार को
अंतिम अवसर दिया गया। लेकिन इसमें भी आठ शिक्षक उपस्थित हुए। जबकि नौ नदारद
रहे। अब उपस्थित शिक्षकों द्वारा दिए गए दस्तावेजों को सत्यापन के लिए
भेजा जाएगा।
यहां बता दें कि जिले में वर्ष 2006 , 2009 और 2011 में हुई संविदा
शाला शिक्षक भर्ती में बड़े स्तर पर गड़बड़ी हुई थी। शुक्रवार को आए शिक्षकों
के दस्तावेज जांच के लिए भेजे हैं।
49 शिक्षक बर्खास्त, 17 की जांच जारी
जांच में 49 शिक्षक ऐसे मिले जिनके व्यापमं की अंकसूची का
वेरीफिकेशन कराने पर वह किसी दूसरे परीक्षार्थी के नाम निकली। इन शिक्षकों
की जिला पंचायत सीईओ सपना निगम ने सेवाएं समाप्त कर दी। वहीं 17 शिक्षक अभी
जांच की जद में है, जिन्हें शुक्रवार को अंतिम बार काउंसलिंग के लिए
बुलाया गया। इसमें जांच टीम में मोहम्मद अजहर, रामप्रकाश गोयल, कोक सिंह
नरवरिया के समक्ष आठ शिक्षकों ने उपस्थित होकर अपने दस्तावेज पेश किए। जबकि
शेष नौ शिक्षक अनुपस्थित रहे।