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शिक्षकों ने कहा- समय पर वेतन ही नहीं मिलता, लोन की किस्तें कैसे भरें

जनजातीय कार्य विभाग में रविवार को समस्या निवारण शिविर रखा। इसमें बारी-बारी से शिक्षकों ने समस्याएं बताईं। प्रभारी सहायक आयुक्त जे.एस. डामोर ने एक महीने में निराकरण का भरोसा दिलाया। अब देखना यह है कि एक महीने में इन समस्याओं का निराकरण होता है या नहीं।


सागोद रोड स्थित विभाग में सुबह 11 बजे शिविर शुरू हुआ। इसमें शिक्षक, प्रिंसिपल के साथ छात्रावास के अधीक्षक पहुंचे और बारी-बारी से समस्या बताई। सबसे ज्यादा शिकायतें वेतन संबंधी आई। सभी शिक्षकों ने कहा एक तारीख को वेतन मिलना चाहिए लेकिन 20 तारीख तक वेतन मिलता है। कई महीनों से ऐसा हो रहा है। इससे किस्तें भी नहीं भर पा रहे हैं। इससे समय पर वेतन दिलाया। सभी समस्याओं का निराकरण एक महीने में करने का भरोसा दिया।

मप्र शिक्षक संघ ने भी समस्या बताई- मप्र शिक्षक संघ ने सहायक आयुक्त को समस्या बताई। इसमें बताया कि जनजातीय कार्य विभाग के कई कर्मचारी अन्य विभागों में अटैचमेंट है। उन्हें पुन: विभाग में बुलाया जाए। 17 अगस्त को कलेक्टर ने परामर्शदात्री समिति की बैठक बुलाने को कहा था लेकिन अब तक ये बैठक नहीं बुलाई गई। विभाग के छात्रावासों में शिक्षा विभाग के अधीक्षक काम कर रहे हैं, उनकी जगह विभाग के ही शिक्षकों की नियुक्ति की जाए। इस मौके पर जितेंद्र सिंह चौहान, विजय कुमार यादव, रामप्रसाद गेहलोत, ध्रुव पारगी, सीमा शर्मा आदि मौजूद थे।

रोक के बावजूद प्रिंसिपल कर रहे हैं अटैचमेंट

शिक्षा विभाग में क्रमोन्नति होना है अब तक 29 लोगों की लिस्ट ही जारी की गई है जबकि 100 से ज्यादा कर्मचारियों की क्रमोन्नति होना है।

अटैचमेंट पर रोक है लेकिन प्रिंसिपल शिक्षकों का अटैचमेंट कर रहे हैं।

समय पर वेतन जारी नहीं होता है। इससे आर्थिक परेशानी से गुजरना पड़ रहा है। इससे किस्तें नहीं चुका पा रहे हैं और उधार लेना पड़ रहा है। कई बार तो पेनल्टी चुकाना पड़ रही है।

सालों से कई बाबू एक ही स्थान पर पदस्थ हैं। इनकी टेबलें बदली जाएं।

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