ब्यावरा.
सरकारी शिक्षा का ढर्रा सुधरने का नाम नहीं ले रहा। जिलेभर में भगवान
भरोसे चल रहे शिक्षा विभाग की हकीकत यह है कि कई स्कूलों में शिक्षक
पहुंचते ही नहीं है तो कई जगह हस्ताक्षर करके गायब हो जाते हैं।
बुधवार को बीआरसी टीम के औचक निरीक्षण में ऐसी हकीकत सामने आई। टीम को ब्यावरा ब्लॉक के विभिन्न स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक नदारद मिले। निरीक्षण के दौरान ग्राम चौतरा के प्राथमिक स्कूल की शिक्षिका हेमलाता सोनी दो दिन से शाला नहीं पहुंची, इसी तरह माध्यमिक स्कूल सिंगापुरा में सहायक शिक्षक दुर्गा प्रसाद सोनी तीन दिन से गायब हैं। प्राथमिक स्कूल पीपल्याखेड़ी में सहायक शिक्षक मनोहर त्रिपाठी, सहायक अध्यापक गोकुल वर्मा, बोरदा गांव के प्राथमिक स्कूल के सहायक अध्यापक दीलिप साहू, मायापुरी गोस्वामी, कमलसिंह यादव और प्राथमिक स्कूल हासरोद में आंनदशंकर गुप्ता, रामलाल शाक्यवार रजिस्टर में हस्ताक्षर कर गैरहाजिर पाए गए।
इसी तरह प्राथमिक स्कूल मऊ में सहायक शिक्षिका ललिता सक्सेना बिना स्वीकृति के छुट्टी पर थीं। मऊ का ही एक अन्य स्कूल बंद मिला। निरीक्षण टीम में बीआरसी समन्वयक ओपी नामदेव, जन शिक्षक दिनेश धनगर ने उक्त स्कूलों का औचक निरीक्षण किया, जहां शिक्षकों की हकीकत सामने आई। बीआरसी नामदेव ने बताया कि सभी अनुपस्थित शिक्षकों को शोकाज नोटिस जारी किया है, जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी एसडीएम और बीई, बीआरसी की मौजूदगी में कई स्कूलों का निरीक्षण किया जा चुका है, जिसमें दर्जनों शिक्षक नदारद मिले थे।
तमाम निरीक्षण और सख्ती के बावजूद सरकारी शिक्षक अपनी आदतें सुधारने को आतुर नहीं है।
बुधवार को बीआरसी टीम के औचक निरीक्षण में ऐसी हकीकत सामने आई। टीम को ब्यावरा ब्लॉक के विभिन्न स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक नदारद मिले। निरीक्षण के दौरान ग्राम चौतरा के प्राथमिक स्कूल की शिक्षिका हेमलाता सोनी दो दिन से शाला नहीं पहुंची, इसी तरह माध्यमिक स्कूल सिंगापुरा में सहायक शिक्षक दुर्गा प्रसाद सोनी तीन दिन से गायब हैं। प्राथमिक स्कूल पीपल्याखेड़ी में सहायक शिक्षक मनोहर त्रिपाठी, सहायक अध्यापक गोकुल वर्मा, बोरदा गांव के प्राथमिक स्कूल के सहायक अध्यापक दीलिप साहू, मायापुरी गोस्वामी, कमलसिंह यादव और प्राथमिक स्कूल हासरोद में आंनदशंकर गुप्ता, रामलाल शाक्यवार रजिस्टर में हस्ताक्षर कर गैरहाजिर पाए गए।
इसी तरह प्राथमिक स्कूल मऊ में सहायक शिक्षिका ललिता सक्सेना बिना स्वीकृति के छुट्टी पर थीं। मऊ का ही एक अन्य स्कूल बंद मिला। निरीक्षण टीम में बीआरसी समन्वयक ओपी नामदेव, जन शिक्षक दिनेश धनगर ने उक्त स्कूलों का औचक निरीक्षण किया, जहां शिक्षकों की हकीकत सामने आई। बीआरसी नामदेव ने बताया कि सभी अनुपस्थित शिक्षकों को शोकाज नोटिस जारी किया है, जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी एसडीएम और बीई, बीआरसी की मौजूदगी में कई स्कूलों का निरीक्षण किया जा चुका है, जिसमें दर्जनों शिक्षक नदारद मिले थे।
तमाम निरीक्षण और सख्ती के बावजूद सरकारी शिक्षक अपनी आदतें सुधारने को आतुर नहीं है।