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एप से दर्ज होगी हाजिरी, तभी मिलेगा वेतन

शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के उद्देश्य से ई-अटेंडेंस व्यवस्था लागू की गई है। नए शिक्षा सत्र से शिक्षकों की हाजिरी इसी एप के माध्यम से लगेगी। यदि शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंचते हैं या फिर स्कूल लेट आते हैं तो उन्हें गैर हाजिर मानकर उनका उस दिन का वेतन काट दिया जाएगा।
हालांकि शिक्षक और कर्मचारियों को यह नई व्यवस्था रास नहीं आ रही है, फिर भी उन्हें मजबूरी में इस व्यवस्था से जुड़ने के लिए अपने मोबाइल में एप को डाउन लोड करना मजबूरी बन गया है। 

रायसेन जिले में अब तक करीब 90 फीसदी शिक्षकों ने एम शिक्षा एप को डाउन लोड कर लिया है, ऐसा दावा शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। जिले में करीब 6500 शिक्षक हैं। इस एप पर दर्ज होने वाली हाजिरी के अाधार पर ही अगले माह शिक्षकों को वेतन मिल पाएगा। शिक्षा विभाग ने भी ई-अटेंडेंस को लेकर अपनी पूरी तैयारी कर ली है। 

एक पाली में लगेंगे स्कूल 

डीईओ एसपी त्रिपाठी ने बताया कि अब एक पाली में ही स्कूल लगेंगे। जिन स्कूलों में वास्तव में भवन को लेकर समस्या है। सिर्फ वहीं दो पाली में स्कूल लगाने की अनुमति दी गई है। वैसे जिले में ज्यादातर स्कूलों में संसाधन जुटा लिए गए हैं। स्कूल खुलने का समय 10.30 बजे एवं बंद होने का 4.30 बजे रहेगा। 

शुरू से ही कर रहे विरोध 
इस व्यवस्था को 90 फीसदी के लगभग शिक्षकों ने स्वीकार कर लिया है। शिक्षकों ने एप डाउनलोड कर अपनी उपस्थिति भी भेजनी शुरू कर दी है, लेकिन 10 फीसदी के लगभग शिक्षक ऐसे हैं, जो इससे बचना चाह रहे हैं। शिक्षा विभाग का कहना है कि एप में जो कमियां थीं, दूर हो गई हैं। अब कोई समस्या नहीं है। 

एप की ये रहेगी खासियत 
मोबाइल में नेटवर्क न मिलने पर भी यदि स्कूल, दफ्तर में दाखिल होकर हाजिरी लगाई तो नेटवर्क में आने के बाद उसी समय अनुसार हाजिरी दर्ज होगी। 

एप के जरिए शिक्षकों, कर्मचारियों को पे-स्लिप लेने, अवकाश, शिकायत, एसएमएस, ट्रेनिंग, आदेश-निर्देश सहित शिक्षा विभाग से जुड़ी अन्य जानकारी मिल सकेगी। 

शिक्षक यदि कोई शिकायत करते हैं तो शिकायत जिस विभाग की होगी, उस विभाग के आला अफसर उसे देख सकेंगे और निपटारा करेंगे। 

3 बार यदि देर से हाजिरी लगी तो 1 दिन की सीएल या मेडिकल लीव कट जाएगी। यदि सीएल, लीव नहीं बची तो फिर 1 दिन का वेतन कट जाएगा। 

स्कूल जाने पर हर शिक्षक की लोकेशन के आधार पर उपस्थिति लगेगी। इससे वह छुट्टी नहीं मार पाएंगे। कई शिक्षक ग्रामीण क्षेत्र में कई दिन तक स्कूल नहीं जाते हैं। वह एक दिन जाकर उपस्थिति दर्ज करा देते हैं। इस व्यवस्था से यह गड़बड़ी रुक जाएगी। शिक्षक स्कूल में रुकेंगे नहीं तो उनकी लोकेशन से पूरी जानकारी भोपाल तक पता चल जाएगी। 

इसलिए नहीं कर रहे एप डाउनलोड 
व्यवस्था 

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