शिवपुरी। नईदुनिया प्रतिनिधि
समग्र शिक्षक संघ ने सोमवार को जिला प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष केके भार्गव ने बताया कि शिक्षक 35 से 40 साल से एक ही पद पर कार्य करते हुए सेवानिवृत हो रहे हैं। उनसे कनिष्ठ नवीन शिक्षक सवर्ग को पदोन्नाति मिल चुकी हैं। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी वरिष्ठ शिक्षक पदनाम से वंचित हैं। यदि इन शिक्षकों को पदनाम दिया जाता है तो शासन पर कोई वित्तीय भार नहीं आता है।
मुख्यमंत्री की तीन साल बाद भी घोषणा होने पर अमल नहीं हुआ हैं। जिससे शिक्षकों में भारी आक्रोश व्याप्त हैं। इसक्रम में शिक्षक भविष्य में कभी भी प्रांतीय स्तर पर अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन कर सकते हैं। अन्य मांगों में रोकी गई वेतन वृद्धि महंगाई भत्ता बहाल करने, समयमान-वेतनमान का लाभ प्रदान कर सहायक शिक्षकों को 30 वर्ष की सेवा पर 5400 ग्रेड पे का लाभ देने, अर्जित अवकाश की पूर्ण व्यवस्था वाहल करने केन्द्र के समान ग्रह भाड़ा भत्ता स्वीकृत करने छत्तीसगढ़ के समान प्रदेश के शिक्षकों को 8, 16, 24, 32 वर्ष की सेवा पर चार स्तरीय वेतनमान स्वीकृत करने, पांचवें वेतनमान में चली आ रही वेतन विसंगति दूर करने, सर्व शिक्षा अभियान की प्रतिनियुक्ति में नियम आयु बंधन समाप्त करने, स्वास्थ्य बीमा योजना लागू करने गैर शैक्षणिक कार्यों से शिक्षकों को पूरी करने आदि मुख्य मागें ज्ञापन अंकित हैं।
यदि शासन 15 दिन में शिक्षकों की मांगों पर विचार नहीं करता हैं तो शिक्षक प्रांत व्यापी अनिश्चितकालीन धरना आंदोलन के लिए विवश होगा। ज्ञापन सौंपने वालों में केके भार्गव, मुकेश भार्गव, राकेश मिश्रा, सर्वेश्वर दयाल श्रीवास्तव, देवेंद्र भार्गव, अजय सक्सेना, आधार सिंह यादव, राकेश गुप्ता, अजमेर सिंह यादव, विजय पाठक, पवन शर्मा पिछोर, योगेश मिश्रा, कृष्णकुमार भार्गव, हरिओम ओझा, मनोज गोयल, महेंद्र उपाध्याय आदि शामिल थे।