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471 शिक्षाकर्मियों का शिक्षा विभाग में होगा संविलियन

 कवर्धा(नईदुनिया न्यूज)। छग टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रमेश कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के बीसवें वर्षगांठ के अवसर अर्थात एक नवंबर को जिले के 471 शिक्षाकर्मियों का स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन हो जाएगा, जिसमें 246 व्याख्याता, 21 शिक्षक व 203 सहायक शिक्षक शामिल है।

उन्होंने आगे बताया कि छग शासन स्कूल शिक्षा विभाग मंत्रालय नया रायपुर द्वारा 23 जुलाई 2020 को जारी आदेश में दो वर्ष या अधिक की सेवा अवधि पूर्ण करने वाले पंचायत व नगरीय निकाय संवर्ग के शिक्षकों का संविलियन एक नवंबर से स्कूल शिक्षा विभाग में किया जाना है। इस आदेश में जिन पंचायत व नगरीय निकाय शिक्षकों द्वारा एक जुलाई 2020 को आठ वर्ष पूर्ण कर लिए गए हैं, उनका संविलियन भी स्कूल शिक्षा विभाग में एक नवंबर से किए जाने का उल्लेख है। शासन के इस आदेश के अनुसार प्रदेशभर के 16278 शिक्षक पंचायत व नगरीय निकाय संवर्ग को एक नवंबर की स्थिति में स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन का लाभ मिलेगा। एक नवंबर के बाद संविलियन से केवल वहीं गिने-चुने शिक्षाकर्मी ही बचेंगे, जिनका विभिन्न कारणों से सेवा में व्यवधान आने के कारण दो साल की सेवा अवधि पूर्ण नहीं हो पाएगा। इस प्रकार एक नवंबर को वर्तमान प्रदेश सरकार के जनघोषण पत्र-2018 में उल्लेखित दो वर्ष में संविलियन करने का एक महत्वपूर्ण वादा पूर्ण होने के साथ ही शिक्षाकर्मी प्रथा का भी लगभग अंत हो जाएगा।

जिले में अब तक 4830 शिक्षकों का हुआ संविलियन

एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रमेश कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि एक जुलाई 2018 को आठ वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले 4045 शिक्षाकर्मियों का पहली बार संविलियन किया गया था। इसके ठीक एक साल बाद एक जुलाई 2019 को 595 शिक्षाकर्मियों का संविलियन हुआ, फिर एक जनवरी 2020 को 190 शिक्षाकर्मियों का संविलियन किया गया। इस प्रकार जिले में अब तक 4830 शिक्षाकर्मियों का संविलियन किया जा चुका है। एक नवंबर 2020 को 471 शिक्षाकर्मियों को संविलियन का लाभ मिलने वाला है, जिसके बाद जिले में दो-तीन शिक्षाकर्मी ही संविलियन से बचेंगे।

25 वर्षों के लंबे संघर्ष का सुखद परिणाम

जिलाध्यक्ष रमेश कुमार चंद्रवंशी, प्रांतीय उपाध्यक्ष विनोद गुप्ता, रविंद्र चंद्रवंशी, संजय वर्मा, हेमलता शर्मा, सुरतिया साहू, मनोज चंद्रवंशी, राजेंद्र कौशिक, देवानंद चंद्रवंशी, आसकरण धुर्वे, उग्रसेन चंद्रवंशी, केशलाल साहू, वकील बेग मिर्जा, बलदाऊ चंद्राकर, राजेश तिवारी, आशा पांडेय ने बताया कि संविलियन के सुखद परिणाम के पीछे शिक्षाकर्मियों के 25 वर्षों के लंबे संघर्ष का इतिहास छुपा हुआ है। अविभाजित मध्य प्रदेश से लेकर वर्तमान छत्तीसगढ़ राज्य में शिक्षाकर्मियों ने संविलियन के लिए कई लंबे आंदोलन व संघर्ष किए हैं। इस दौरान शिक्षाकर्मियों ने अलग-अलग समय में लगभग दो सौ दिनों तक आंदोलन किए हैं। संघर्ष की इस यात्रा में कई उतार-चढ़ाव देखने के साथ ही शिक्षाकर्मियों को निलंबन, बर्खास्तगी सहित जेल तक कि यात्रा करनी पड़ी है।

शिक्षक सत्कार, अधिकार व प्रतिकार दिवस कल

एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रमेश कुमार चन्द्रवंशी ने बताया कि एक नवंबर को शिक्षाकर्मियों के सम्पूर्ण संविलियन पर स्वागत के लिए सत्कार दिवस, क्रमोन्नति, पदोन्नति, वेतन विसंगति, अनुकंपा नियुक्ति, लंबित मंहगाई भत्ता, दो वर्ष से अधिक सेवा के लिए वेटेज के लिए अधिकार दिवस व शेयर मार्केट आधारित नए पेंशन योजना के विरोध स्वरूप प्रतिकार दिवस मनाया जाएगा।

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