टीकमगढ़.मप्र शिक्षक भर्ती का परीक्षा परिणाम घोषित नहीं होने के विरोध
में शिक्षित बेरोजगारों युवा द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया।
धरना में ७ दिवस में परिणाम घोषित करने की चेतावनी देकर राष्ट्रपति के नाम
कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
धरना प्रदर्शन के दौरान शिक्षित बेरोजगारों युवाओं ने कहा कि मप्र शिक्षक भर्ती वर्ष २०१८ फरवरी और मार्च में आयोजित की गई थी। उनका कहना था कि परिणाम देने का निश्चित समय ४५ दिन है। ७ माह गुजर चुके है। लेकिन अभी तक मप्र शिक्षक भर्ती का परीक्षा परिणाम नहीं आया है। अगर ७ दिवस के अंदर परिणाम घोषित नहीं किया गया तो बेरोजगारों द्वारा भूख हड़ताल, आमरण अनशन, चक्काजाम करने के लिए बाध्य होगें। प्रदर्शन के दौरान कहा कि शिक्षक भर्ती की परीक्षा सभी वर्गो के युवाओं द्वारा दी गई है। इस परीक्षा में हजारों रुपए खर्च करके कोचिंग की है। जिला से दूसरे में परीक्षा देने के लिए किराया लगाकर गए। हजारों नुकसान के बाद भी सरकार द्वारा रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है। मामले को लेकर युवाओं द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम को रिजल्ट घोषित करने के लिए ज्ञापन दिया गया था। इसके बाद भी रिजल्ट घोषित नहीं किया गया। मप्र शिक्षक भर्ती का रिजल्ट घोषित करने के लिए राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया।
अस्पताल पर हुए एकत्रित, संयुक्त कार्यालय के सामने दिया धरना
सोमवार को जिले के शिक्षित बेरोजगारों युवा अस्पताल चौराहा पर एकत्रित हो गए। रणनीति बनाकर संयुक्त कार्यालय पहुंचे। वहां पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इसके बाद बेरोजगारों को रोजगार देने और परिणाम जल्द घोषित करने की बात की गई। बेरोजगारों का कहा कि प्रदेश सहित जिले में बेरोजगारों का संख्या बढ़ रही है। उनको रोजगार देने की मांग युवाओं द्वारा की गई है।
धरना प्रदर्शन के दौरान शिक्षित बेरोजगारों युवाओं ने कहा कि मप्र शिक्षक भर्ती वर्ष २०१८ फरवरी और मार्च में आयोजित की गई थी। उनका कहना था कि परिणाम देने का निश्चित समय ४५ दिन है। ७ माह गुजर चुके है। लेकिन अभी तक मप्र शिक्षक भर्ती का परीक्षा परिणाम नहीं आया है। अगर ७ दिवस के अंदर परिणाम घोषित नहीं किया गया तो बेरोजगारों द्वारा भूख हड़ताल, आमरण अनशन, चक्काजाम करने के लिए बाध्य होगें। प्रदर्शन के दौरान कहा कि शिक्षक भर्ती की परीक्षा सभी वर्गो के युवाओं द्वारा दी गई है। इस परीक्षा में हजारों रुपए खर्च करके कोचिंग की है। जिला से दूसरे में परीक्षा देने के लिए किराया लगाकर गए। हजारों नुकसान के बाद भी सरकार द्वारा रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है। मामले को लेकर युवाओं द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम को रिजल्ट घोषित करने के लिए ज्ञापन दिया गया था। इसके बाद भी रिजल्ट घोषित नहीं किया गया। मप्र शिक्षक भर्ती का रिजल्ट घोषित करने के लिए राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया।
अस्पताल पर हुए एकत्रित, संयुक्त कार्यालय के सामने दिया धरना
सोमवार को जिले के शिक्षित बेरोजगारों युवा अस्पताल चौराहा पर एकत्रित हो गए। रणनीति बनाकर संयुक्त कार्यालय पहुंचे। वहां पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई। इसके बाद बेरोजगारों को रोजगार देने और परिणाम जल्द घोषित करने की बात की गई। बेरोजगारों का कहा कि प्रदेश सहित जिले में बेरोजगारों का संख्या बढ़ रही है। उनको रोजगार देने की मांग युवाओं द्वारा की गई है।