शुक्रवार को डीएड, बीएड डिग्रीधारियों ने मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल को
संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट राजेंद्र सिंह को सौंपा। इसमें युवाओं ने
मांग की है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा लोकसभा चुनाव से पहले कराई जाए।
शिक्षक भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहे आवेदकों ने ज्ञापन देते हुए कहा है कि सात साल से राजनीति की मार झेल रही शिक्षक भर्ती परीक्षा 29 दिसंबर 2018 से शुरू होना थी लेकिन अचानक पीईबी ने बिना कोई ठोस कारण के परीक्षा की तिथि एक माह के लिए स्थगित कर दी, जिससे सभी डिग्रीधारियों में भ्रम की स्थिति बनी है कि परीक्षा को निरस्त न कर दिया जाए। इसीलिए उन्होंने ज्ञापन देकर मांग की है कि वर्ग-1 और 2 शिक्षक भर्ती की परीक्षा लोकसभा चुनाव से पहले कराई जाए। परीक्षा से लेकर परीक्षा परिणाम तक का सारा विवरण सार्वजनिक किया जाए। उत्तर प्रदेश शिक्षक भर्ती की तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी बाहर के अन्य राज्यों को भर्ती में प्रतिबंधित किया जाए। शीघ्रता से परीक्षा की तारीख घोषित कर के प्रवेश पत्र जारी किए जाएं। सभी खाली पदों को भर्ती में शामिल कर सभी की परीक्षा कराई जाए। अतिथि शिक्षकों को आयु सीमा में छूट के अलावा अलग से कोई फायदा नहीं दिया जाए। वर्ग 3 की भर्ती के लिए फॉर्म जल्दी भरवाकर परीक्षा कराई जाए।
रामभान राजपूत ने कहा है कि 15 जनवरी 2019 तक इन मांगों पर विचार नहीं किया गया तो प्रदेश स्तर पर डीएड-बीएड डिग्रीधारियों द्वारा आंदोलन किया जाएगा। जिसकी जिम्मेवारी मध्यप्रदेश शासन की होगी। ज्ञापन देने वालों में चंद्रभान नामदेव, प्रदीप नामदेव, शिवांक साहू, पीयूष जैन, अमर दोहरे, शुभम, अमित, विशाल, नरेंद्र, कौशल भानू आदि मौजूद थे।
इधर अतिथि शिक्षक नियमितीकरण की मांग को लेकर मंत्री से मिले
सागर | अपने नियमितीकरण की मांग को लेकर अतिथि शिक्षक संघ सागर ने देवरी पहुंचकर नवनियुक्त मंत्री हर्ष यादव से मुलाकात की। मंत्री बनने पर उन्हें शुभकामनाएं देने के साथ ही कांग्रेस के वचन पत्र में अतिथियों को नियमित करने की घोषणा को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए अपना मांग पत्र भी सौंपा। मीडिया प्रभारी शशांक पांडेय ने बताया कि केबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के सागर आगमन पर उनका भी स्वागत करेंगे और अपनी मांग रखेंगे।
शिक्षक भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रहे आवेदकों ने ज्ञापन देते हुए कहा है कि सात साल से राजनीति की मार झेल रही शिक्षक भर्ती परीक्षा 29 दिसंबर 2018 से शुरू होना थी लेकिन अचानक पीईबी ने बिना कोई ठोस कारण के परीक्षा की तिथि एक माह के लिए स्थगित कर दी, जिससे सभी डिग्रीधारियों में भ्रम की स्थिति बनी है कि परीक्षा को निरस्त न कर दिया जाए। इसीलिए उन्होंने ज्ञापन देकर मांग की है कि वर्ग-1 और 2 शिक्षक भर्ती की परीक्षा लोकसभा चुनाव से पहले कराई जाए। परीक्षा से लेकर परीक्षा परिणाम तक का सारा विवरण सार्वजनिक किया जाए। उत्तर प्रदेश शिक्षक भर्ती की तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी बाहर के अन्य राज्यों को भर्ती में प्रतिबंधित किया जाए। शीघ्रता से परीक्षा की तारीख घोषित कर के प्रवेश पत्र जारी किए जाएं। सभी खाली पदों को भर्ती में शामिल कर सभी की परीक्षा कराई जाए। अतिथि शिक्षकों को आयु सीमा में छूट के अलावा अलग से कोई फायदा नहीं दिया जाए। वर्ग 3 की भर्ती के लिए फॉर्म जल्दी भरवाकर परीक्षा कराई जाए।
रामभान राजपूत ने कहा है कि 15 जनवरी 2019 तक इन मांगों पर विचार नहीं किया गया तो प्रदेश स्तर पर डीएड-बीएड डिग्रीधारियों द्वारा आंदोलन किया जाएगा। जिसकी जिम्मेवारी मध्यप्रदेश शासन की होगी। ज्ञापन देने वालों में चंद्रभान नामदेव, प्रदीप नामदेव, शिवांक साहू, पीयूष जैन, अमर दोहरे, शुभम, अमित, विशाल, नरेंद्र, कौशल भानू आदि मौजूद थे।
इधर अतिथि शिक्षक नियमितीकरण की मांग को लेकर मंत्री से मिले
सागर | अपने नियमितीकरण की मांग को लेकर अतिथि शिक्षक संघ सागर ने देवरी पहुंचकर नवनियुक्त मंत्री हर्ष यादव से मुलाकात की। मंत्री बनने पर उन्हें शुभकामनाएं देने के साथ ही कांग्रेस के वचन पत्र में अतिथियों को नियमित करने की घोषणा को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए अपना मांग पत्र भी सौंपा। मीडिया प्रभारी शशांक पांडेय ने बताया कि केबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के सागर आगमन पर उनका भी स्वागत करेंगे और अपनी मांग रखेंगे।