अध्यापकों के शिक्षा विभाग में संविलियन की प्रक्रिया एक दिन और बढ़ा दी गई
है। शुक्रवार को मिल बांचे कार्यक्रम में अध्यापकों के जुटे रहने के कारण
यह तारीख बढ़ाई गई है। स्थिति यह है कि जिले के करीब 6 हजार अध्यापकों में
से अब तक 5700 अध्यापकों की ई-सर्विस बुक एजुकेशन पोर्टल पर अपलोड हो चुकी
है।
हालांकि सत्यापन की संख्या फिलहाल कम है। अभी तक करीब 3000 अध्यापकों
का सत्यापन हो चुका है। ऐसे में अंतिम दिन करीब 3000 अध्यापकों के सत्यापन
का दवाब प्राचार्यों पर है। डीईओ संतोष शर्मा का कहना है कि सत्यापन के
मामले में हम प्रदेश में दूसरे स्थान पर हैं। संख्या के लिहाज से देखा जाए
तो हमारी संख्या प्रदेश भर में सबसे ज्यादा है। शुक्रवार को भी सभी
प्राचार्य सत्यापन के काम में जुटे रहे। इसकी रिपोर्ट लेट लाइट आती है।
शनिवार की रात तक हम सभी अध्यापकों के सत्यापन का काम पूरा कर देंगे।
कल शाहजानी पार्क में जुटेंगे प्रदेश भर के
अध्यापक, सागर से भी जाएंगे
अध्यापकों के शिक्षा विभाग में संविलियन में हो रही समस्याओं के
चलते अध्यापक विरोध में उतरे हुए हैं। अध्यापक संवर्ग की शिक्षा विभाग में
विवादित संविलियन के विरोध में सभी संवर्ग के पदाधिकारी निर्णय ले चुके हैं
कि सभी 11 विकासखंडों से हजारों की संख्या में शिक्षक 2 सितंबर को भोपाल
पहुंचेंगे। अध्यापकों के नेता डॉ. राजेंद्र यादव, राममिलन मिश्रा, शैलेंद्र
सिंह गंभीरिया आदि का कहना है कि शाहजानी पार्क भोपाल में संविलयन की
प्रक्रिया का विरोध करेंगे। प्रदेश भर के अध्यापक यहां पहुंच रहे हैं।
अध्यापकों का कहना है कि सरकार बार-बार बार छलावा कर अध्यापकों को गुमराह
रही है। सरकार ने यदि 5 सितंबर शिक्षक दिवस के पहले हमारे संविलियन एवं
सातवें वेतनमान के आदेश जारी नहीं किये तो प्रदेश भर में आंदोलन किया
जाएगा।