आष्टा| मप्र शासकीय अध्यापक संगठन के प्रदेश व्यापी आव्हान पर अध्यापक
संवर्ग की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम प्रतिनिधि को
तहसील कार्यालय पहुंचकर दिया।
ज्ञापन में बताया गया कि राजपत्र की कंडिका 1 में विभाग का मूल नाम
मप्र शासन स्कूल शिक्षा विभाग स्थापित किया जाए। कंडिका 2 में उल्लेखित
पदनाम के स्थान पर व्याख्याता उच्च श्रेणी शिक्षक व सहायक शिक्षक का मूल पद
नाम दिया जाए। कंडिका 14.7 में आदेश में पदोन्नति क्रमोन्नति व वरिष्ठता
के लिए सेवा अवधि की गणना प्रथम नियुक्ति दिनांक से मान्य की जाए। गुरुजी
को प्रथम नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता दी जाए। कंडिका 18.2 अध्यापक संवर्ग
की अवधि में पात्र वेतनमान भत्तों योजना को राज्य स्कूल शिक्षा सेवा के
संदर्भ में प्राप्त करने के हकदार नहीं होंगे, को विलोपित कर शिक्षा विभाग
में संविलियन कर पूर्व सेवा के उक्त लाभ हेतु सेवा निरंतरता में मान्य कर
शिक्षक संवर्ग के समान समस्त सुविधाएं प्रदान करने स्पष्ट किया जाए। मप्र
राज्य स्कूल शिक्षा सेवा शैक्षणिक संवर्ग सेवा शर्तों में संशोधन किया जाए।
ज्ञापन देने वालों में संगठन के संभागीय अध्यक्ष कमल बैरागी, ब्लाक
अध्यक्ष कृपाल सिंह ठाकुर, नगर अध्यक्ष मनोज बांकडे, यशवंत सिंह ठाकुर,
सितवत खान, जय सिंह ठाकुर, इलयास खान, जीवन सिंह ठाकुर, सजन सिंह मालवीय,
मनीष सारसिया, धीरज सिंह ठाकुर, गजराज सिंह ठाकुर आदि उपस्थित थे।