जिले में खाली पड़े शिक्षकों के 3 हजार पदों के विरुद्ध चल रही अतिथि
शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया के क्रम में आवेदन करने वाले आवेदकों की मेरिट
सूची पोर्टल पर जारी कर दी गई है। ऑनलाइन पंजीयन कराने वाले आवेदक अपने
नामांकन के आधार पर पोर्टल पर इसकी सूची देख भी सकते हैं। स्कूलों से
आवेदकों को कॉल आना भी शुरू हो गए हैं।
स्थिति यह है कि शहर के नजदीक की स्कूलों में शिक्षकों की वेटिंग 100
से ऊपर तक पहुंच गई है। इससे बेरोजगारी का अंदाजा भी लगाया जा सकता है। साथ
ही कम वेतन होने के कारण शहर के युवा गांव की जगह शहर से लगी हुई स्कूलों
में ही ज्वाइनिंग चाहते हैं। अब इसी मेरिट के आधार पर मंगलवार से ज्वाइनिंग
भी कराई जाना है। हालांकि अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया का विरोध जता
रहे अतिथि शिक्षक संघ के नेताओं का कहना है कि हाईकोर्ट की ग्वालियर
खंडपीठ से ऑनलाइन अतिथि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पर रोक लग गई है। ऐसे में
अब नए सिरे से पुराने ही आधार पर अतिथियों को रखा जाना है। इस बीच जब
पोर्टल पर अपनी वेटिंग सूची होने की जानकारी बेरोजगारों को मिली तो सभी
अपनी-अपनी स्थिति देखने के लिए कैफे पहुंचने लगे। अतिथि शिक्षक संघ के
प्रवक्ता शशांक पांडेय का कहना है कि हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ का
स्पष्ट आदेश है कि ऑनलाइन अतिथि शिक्षक भर्ती प्रकिया रोक दी जाए।
ऐसे में शासन द्वारा जो प्रक्रिया अपनाई जा रही है, वह अब वैध ही नहीं
है। भोपाल से स्पष्ट आदेश जारी होना चाहिए कि इस प्रक्रिया के तहत
ज्वाइनिंग नहीं कराई जाए।
उधर जिला शिक्षा अधिकारी संतोष शर्मा का कहना है कि हमारे पास किसी भी
व्यक्ति द्वारा हाईकोर्ट के आदेश की कॉपी जमा नहीं कराई गई है। न ही इस
संबंध में भोपाल स्तर से कोई आदेश जारी हुए हैं। ऐसे में पूर्व से जारी
शेड्यूल के पालन में काम चल रहा है। भोपाल से जो भी नए निर्देश आएंगे, उनका
पालन किया जाएगा।