मध्य प्रदेश के सतना जिले में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. संकुल प्राचार्यो की लापरवाही से जिले के लगभग 29 हजार स्कूली बच्चे सरकार द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति से वंचित हैं.
दरअसल, ये छात्रवृत्ति पिछले वित्तीय वर्ष का है जो अभी तक नही मिली है.
जिला शिक्षा कार्यालय अब इस मामले में पशोपेश में है और जिले के 48 प्राचार्यों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है, और छात्र-छात्राओं के खाते में राशि डालने के जल्द निर्देश जारी किए हैं.
जिले के एससी, एसटी और ओबीसी के 29000 से ज्यादा स्कूली बच्चे सरकार द्वारा
दी जाने वाली स्कालरशिप से वंचित हैं. जिले में पिछले शिक्षा सत्र में दो
लाख 67 हजार स्कूली बच्चे स्कालरशिप के लिए पात्र पाए गए.
इस
मामले में बच्चे और उनके अभिभावक परेशान हैं. कोई जिला कार्यालय का चक्कर
काट रहा तो कोई आंदोलन की राह पकड़ रहा है, अविभावकों का आरोप है कि स्कूल
प्राचार्यो की लापरवाही से परेशानी बढ़ी है, जिसका निदान नही किया जा रहा और
एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय भटकाया जा रहा है.
ये मामला जिले के प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे तक पहुंचा. मंत्री ने इसे
बड़ी लापरवाही माना और विभाग का बचाव भी किया और तकनीकी समस्या बताकर जल्द
समस्या के निदान की बात कही.