उज्जैन. विक्रम विश्वविद्यालय में बुधवार दोपहर विद्या परिषद की बैठक
आयोजित हुई। इसमें शिक्षक भर्ती के लिए चयन समिति गठन प्रक्रिया पर चर्चा
हुई। नियमानुसार विद्या परिषद संबंधित विषय के लिए तीन नाम का पैनल तैयार
कर राजभवन भेजती है।
इन नाम में से एक को समिति में स्थान मिलता है। यह
पैनल तैयार करने के लिए बैठक हुई। इसमें नाम लीक होने का संकट अधिकारियों
को दिखने लगा। इसके बाद निर्णय हुआ कि विषय के डीन और चेयरमैन मिलकर तीन
नाम बंद लिफाफे में देगे। इसके बाद यह राजभवन भेजा जाएगा। विवि में आयोजित
बैठक में करीब ३५ सदस्य पहुंचे।
क्या है प्रक्रिया
शिक्षक भर्ती के
लिए चयन समिति बनती है। इसमें विद्या परिषद, राजभवन के एक नाम, आरक्षित
वर्ग का एक आइएएस अधिकारी, उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख आदि पदेन सदस्य
होते हैं। यह चयन करते हैं। विवि में ३१ शैक्षणिक पद के लिए विज्ञापन
निकाला गया है। इसके लिए चयन समिति का गठन होगा।
यूजीसी ने लगा दी रोक
विक्रम
विश्वविद्यालय प्रशासन ने भर्ती की प्रक्रिया में रफ्तार लाने की कोशिश की
है, लेकिन इस रफ्तार में यूजीसी ने अपना ब्रेक लगा दिया है। रोस्टर विवाद
के चलते यूजीसी ने देश की सभी यूनिवर्सिटी में भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा
दी है। पूर्व में रोस्टर विवि के सभी विभाग को पृथक इकाई मानकर तैयार किया
जाता था। नए नियमों के तहत विश्वविद्यालय को एक इकाई माना गया। इसी नियम को
सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई। विवि प्रशासन के सामने दोनों ही परिस्थति
में संकट है। अगर पुराना रोस्टर लागू होता है तो प्रक्रिया में पेंच आ
जाएगा। वहीं नया रोस्टर को लेकर समस्या यह है कि विवि ने कुछ विभागों के
आधार पर ही रोस्टर बना दिया। विवि प्रशासन के सामने दोनों ही परिस्थति में
संकट है। अगर पुराना रोस्टर लागू होता है तो प्रक्रिया में पेंच आ जाएगा।
वहीं नया रोस्टर को लेकर समस्या यह है कि विवि ने कुछ विभागों के आधार पर
ही रोस्टर बना दिया।