भास्कर संवाददाता | धार स्कूलों में नियुक्त किए जाने वाले अतिथि शिक्षकों की चयन प्रक्रिया को
लेकर विवाद खड़ा हो गया है। नए नियमों के अनुसार सिर्फ वे ही अतिथि शिक्षक
बनने के लिए आवेदन कर सकेंगे, जिन्होंने वर्ष 2017 में जीएफएमएस पोर्टल पर
पंजीयन कराया था।
ऐसे में इस साल हायर सेकंडरी पास करने वाले युवा भी
अतिथि शिक्षक बनने के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे।
यही हाल उनका होगा, जिन्होंने पिछले साल बीएड, डीएलएड नहीं होने के
कारण पंजीयन ही नहीं कराया था। वर्ष 2017 से ही अतिथि शिक्षकों की चयन
प्रक्रिया में बदलाव कर दिए गए हैं। पिछले साल रजिस्ट्रेशन कराने वाले
आवेदकों को ही इस साल अतिथि शिक्षक बनाने के नियम से जिले के हजारों लोग
परेशान हैं। जिले में 162 सरकारी हाईस्कूल और 115 हायर सेकंडरी स्कूल हैं।
जहां अतिथि शिक्षकों को रखना है। अतिथि शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष लाखन
चंदेल ने बताया जिलेभर में करीब 3 हजार अतिथि शिक्षक हैं।
नए नियमानुसार कई अतिथियों का नुकसान हो रहा है। जिसके विरोध में जिला
मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। रविवार को भोपाल में आंदोलन शुरू किया
लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने से 16 जुलाई से आवेदकों को विद्यालय का
चयन कर च्वॉइस फिलिंग करना है। लेकिन इस बीच सेवानिवृत्त व जिन शिक्षकों
के तबादले हुए उनका पोर्टल पर अपडेट नहीं होने से स्कूल चयन करने में भी
परेशानी आएगी। इसके आधार पर ही 26 जुलाई तक स्कूलों में अतिथि शिक्षकों का
चयन हो सकेगा। जबकि यह काम स्कूल शिक्षा विभाग को 15 जून तक हल हाल में कर
लेना चाहिए था। इसके चलते विद्यार्थियों की पढ़ाई भी प्रभावित नहीं होती।
खाली जगह पोर्टल पर अपडेट कर चुके हैं
डीईओ अनिल वर्मा का कहना है अतिथि शिक्षकों का चयन 26 जुलाई तक कर लिया
जाएगा। स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की खाली जगह पोर्टल अपडेट की जा रही
है। इसी के आधार पर वे स्कूलों को चुन सकेंगे, इसके बाद योग्यता के आधार पर
अतिथि शिक्षकों का चयन होगा। रही बात पंजीयन की तो अतिथि शिक्षकों को
पूर्व में ही संशोधन कराने के लिए कहा गया था।