भास्कर संवाददाता | भिंड शनिवार को कलेक्टर आशीष कुमार गुप्ता ने मेहगांव और गोहद क्षेत्र के
सरकारी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान
अनुपस्थित मिले नौ शिक्षकों और एक अकाउंटेंट को निलंबित कर दिया है।
साथ ही
संबंधित बीईओ, बीआरसीसी और महिला एवं बाल विकास के सीडीपीओ की एक-एक
वेतनवृद्धि रोक दी है। इसके अलावा दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका का
15-15 दिन का वेतन काटा है। इस दौरान उन्होंने स्कूली बच्चों से भी चर्चा
की और उनका शैक्षणिक स्तर जाना।
कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान मेहगांव में गिजुर्रा के प्राइमरी स्कूल
सहायक अध्यापक रीना शर्मा अनुपस्थित मिली। वहीं मिडिल स्कूल में अध्यापक
सहदेव सिंह भदौरिया, सहायक अध्यापक विनीता शर्मा तथा हाईस्कूल में अशोक
उपाध्याय और सौरभ सिंह चौहान, बरहद शाउमावि में अध्यापक संजीव कुमार
गुर्जर, सचिन सेन एवं गणक सुरेंद्र कुमार बाथम तथा शामावि बरहद के उच्च
श्रेणी शिक्षक राजेंद्र सिंह तोमर अनुपस्थित मिले। इन सभी को निलंबित कर
दिया गया है। वहीं आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक एक व दो पर सहायिका एवं
सुपरवाइजर अनुपस्थित मिली। इनका 15- 15 दिन का वेतन काटा गया है। कलेक्टर
ने प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल के छात्रों से चर्चा की। उन्होंने बताया
गौरा स्वसहायता समूह द्वारा पर्याप्त भोजन नहीं दिया जाता है। इस पर
उन्होंने समूह को हटाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार राधे राधे स्वसहायता
समूह द्वारा स्कूल के छात्रों को मध्यान्ह भोजन उपलब्ध नहीं कराने उसे भी
हटाने के निर्देश दिए है। साथ ही क्षेत्रीय महिला एवं बाल विकास की तीन
सुपरवाइजर द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र का पर्यवेक्षण नहीं करने पर निलंबित कर
दिया गया। वहीं संबंधित बीआरसी/ बीईओ एवं सीडीपीओ को भी एक- एक वेतनवृद्धि
रोकने का नोटिस दिया गया है।
व्यवस्थित तरीके संचालित नहीं हो रहा था केंद्र, सुपरवाइजर निलंबित
कलेक्टर को बिरखड़ी विद्यालय के परिसर में एक आंगनबाड़ी केन्द्र
संचालित मिला। जिस पर सहायिका रीना जैन उपस्थित मिली। उन्होंने कलेक्टर को
बताया कि कार्यकर्ता शादी में विधिवत छुट्टी लेकर गई हुई है। लेकिन केंद्र
व्यवस्थित तरीके से संचालित नहीं हो रहा था, जिस पर कलेक्टर ने सुपरवाइजर
सुनीता तोमर को निलंबित कर दिया। सीडीपीओ की एक वेतनवृद्धि रोकने का नोटिस
दिया गया है।