जिले के सरकारी स्कूलों में खाली पदों पर ऑनलाइन तरीके से अतिथि शिक्षकों
की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इस भर्ती प्रक्रिया से 70 से 80 फीसदी
पुराने अतिथि शिक्षक बाहर हो गए हैं।
इससे अब उनके समक्ष रोजी-रोटी का भी
संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि वे 5 से 10 साल से अतिथि शिक्षक के रूप में
सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे थे, लेकिन आॅनलाइन तरीके से हो रही भर्ती
प्रक्रिया में मैरिट के आधार पर सूची जारी हुई है, जिसमें अधिक अंक वाले नए
उम्मीदवारों का चयन हो गया है। पुराने अतिथि शिक्षक नौकरी छिन जाने से
मायूस हो गए हैं। ऐसे अतिथि शिक्षक अब कोर्ट की शरण में जाने की तैयारी कर
रहे हैं।
ऑनलाइन भर्ती प्रक्रिया में शनिवार को च्वाइस फिलिंग के बाद अतिथि
शिक्षकों की चयन मैरिट सूची जारी कर दी गई। जिन उम्मीदवारों का चयन हुआ है,
उन्हें सोमवार तक संबंधित स्कूल में पहुंचकर अपना स्वीकृति पत्र जमा करना
अनिवार्य किया गया था। इस पत्र को सौंपने के लिए भी अतिथि शिक्षकों को एक
दिन का ही समय मिला है, जिससे कई अतिथि शिक्षक अपने पत्र भी संबंधित
स्कूलों मेें जमा नहीं करा पाए है, क्याेंकि उन्हें जो स्कूल आवंटित हुए
हैं, उनकी दूरी अधिक है या फिर दूसरी तहसील में स्थित है। ऐसी स्थिति में
अतिथि शिक्षक एक ही स्थान पर अपने आवेदन जमा करा पाए।