सतना। एम शिक्षा मित्र ऐप के माध्यम से उपस्थिति दर्ज
कराने को शिक्षक तैयार नहीं है। सोमवार से लागू व्यवस्था का विरोध मंगलवार
को भी हुआ। लेकिन, इसका दूसरा पहलू भी है। इस ऐप के माध्यम से उपस्थिति
दर्ज कराने वालों के आकड़ों पर नजर डालें, तो सतना जिला प्रदेश में तीसरे
स्थान पर हैं।
इससे आगे केवल छिंदवाड़ा व सिवनी जिले हैं।
सतना तीसरे स्थान पर, रीवा की हालत खराब
वहीं रीवा, सीधी व सिंगरौली की स्थिति काफी ज्यादा खराब है। सोमवार को
4515 शिक्षकों ने विरोध के बीच ऐप के माध्यम से उपस्थिति दी। ये आकड़ा
मंगलवार को भी देखने को मिला। उल्लेखनीय है, जिले में 12 हजार शिक्षक,
अध्यापक व कर्मचारी-अधिकारी है। जिन्हे एम शिक्षा मित्र एप के माध्यम से
अपनी उपस्थिति दर्ज करानी है।
संघों के अध्यक्ष रहे अनुपस्थित
एम शिक्षा मित्र
में ई-अटेंडेंस के विरोध में प्रदर्शन करने वाले संघ के अध्यक्षों ने भी
अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है। इसमें अतुल सिंह परिहार शासकीय अध्यापक
संघ, शैलेन्द्र त्रिपाठी राज्य अध्यापक संघ, सुधीर तिवारी शिक्षक संघ, आलोक
त्रिपाठी सपाक्स, केजी द्विवेदी तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने उपस्थित दर्ज
नहीं की है एवं अशोक प्रताप सिंह शिक्षक कांग्रेस ने सिर्फ अपनी उपस्थिति
दर्ज की है।
डीईओ ऑफिस सबसे पीछे
एम शिक्षा मित्र में
ई-अटेंडेंस लगाने में डीईओ ऑफिस सबसे पीछे दिख रहा है। यहां कुल 27
कर्मचारी तैनात हैं, जिसमें से मात्र दो कर्मचारियों ने सोमवार को एप के
माध्यम से उपस्थिति दर्ज कराई। जबकि जिले में कई स्कूल ऐसे रहे, जो
शत-प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराई है। इसमें सबसे पहले शासकीय कन्या धवारी
स्कूल में 35 में 35 व एमएलबी स्कूल में 39 में 39 व शासकीय उत्कृष्ट उमा
विद्यालय व्यंकट क्रमांक-1 में 50 में 46 और शासकीय उमा विद्यालय व्यंकट
क्रमांक-2 में 30 में 28 लोग उपस्थित रहे। इसके अलावा डीपीसी ऑफिस में 23
में से 23 लोगों ने उपस्थिति दर्ज की है।
एमपी के टॉप फाइव जिले
- छिंदवाड़ा 5617
- सिवनी 4588
- सतना 4515
- टिकमगढ़ 3837
- कटनी 3329