छतरपुर. जिले के खजुराहो थाने के ग्राम कुरेला के युवक ने सोमवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। फांसी लगाने से पहले युवक ने एक पेज का सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें उसने मौत की वजह आर्थिक तंगी और नौकरी न मिलना बताया है। सुबह घर वालों ने दरवाजे के पास देखी बेटे की लटकी हुई लाश। उन्होंने लाश उतारी और पुलिस को इसकी सूचना दी।
- खजुराहो पुलिस के अनुसार, कुरेला गांव के देशराज यादव (28) ने सोमवार को तड़के अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में उसने लिखा, "मैं बहुत गरीब हूं। मैं सन 2011 से शिक्षक बनना चाहता था। मैंने बीएड और डीएड दोनों पढ़ाई कर ली है। इसके बाबजूद मुझे अब तक कोई नौकरी नहीं मिली।
मां को लिखा हारकर दुनिया से जा रहा हूं
-युवक देशराज ने लिखा, "मां मैं जा रहा हूं, दुनिया से हारकर जा रहा हूं। संविदा शिक्षक भर्ती का लंबा इंतजार किया, लेकिन वह नहीं निकली। अब मेरे पास कोई रास्ता नहीं बचा। पिता नेत्रहीन हैं, सोचा था तुम्हारा और उनका सहारा बनूंगा, लेकिन ऐसा न हो सका। भाई अभी बहुत छोटे हैं। मैं अपने परिवार का भरण पोषण लाख चाहकर भी नहीं कर पा रहा मुझसे परिवार का दुःख-दर्द और बेबसी देखी नहीं जा रही।"
पढ़ लिखकर भी बेबस हूं
- मैं पढ़-लिखकर भी बेबस और अक्षम बना हुआ हूँ इसलिए मैं मौत को गले लगा रहा हूं।
पुलिस ने डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर, सुसाइड नोट जब्त कर लिया है। परिजनों से पूछताछ की जा रही है।
नौकरी नहीं मिलने से परेशान था युवक
- गांव के सरपंच ने बताया कि युवक पढ़ा-लिखा था, परंतु नौकरी नहीं मिलने की वजह से परेशान रहता था। पिछले कई वर्षों से पास के गांव घुंचू में बतौर अतिथि शिक्षक भी पढ़ा रहा था, इससे उसका और परिवार का भरण पोषण नहीं हो पा रहा था।