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अप्रैल से लागू होने वाले एम शिक्षा मित्र एप के तहत ई-अटेंडेंस का जिले
के सभी शिक्षक संगठन विरोध कर रहे हैं। सभी संगठनों के पदाधिकारियों ने
बुधवार को मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ के बैनर तले मुख्यमंत्री के नाम
डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
शिक्षकों ने बताया कि जिले के अधिक दूरी वाले क्षेत्रों में मोबाइल
नेटवर्क नहीं मिलता। इसके चलते शिक्षकों को परेशानी आएगी। वहीं बड़ी संख्या
में ऐसे शिक्षक हैं जिन्हें इसका प्रशिक्षण ही नहीं मिला है। इसके बाद भी
शासन ने यह योजना लागू कर दी। शिक्षकों ने कहा कि एम शिक्षा मित्र में कई
खामियां हैं। इसमें शिक्षक की सही लोकेशन नहीं आती। इसके लागू होने के बाद
मानीटरिंग अमले के पास कोई काम ही नहीं बचेगा। इस तरह शिक्षकों ने
ई-अटेंडेंस के विरोध में अपनी ओर से कई तर्क दिए हैं।
मप्र राज्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष हेमंत श्रीवास्तव, सचिव
शिवराजसिंह रघुवंशी के अलावा उम्मेदसिंह ठाकुर, मुरारीलाल सोनी, गिरीश
द्ववेदी, सीताराम रायकवार, दर्शन ओड़, राजकुमार खत्री, रघुवीरसिंह भदौरिया,
रैनू सागर, हेमलता शर्मा, हरिराम विश्वकर्मा, मनीष नामदेव, राजेश शर्मा,
सुरेंद्र ओड़, तेग बहादुरसिंह, शेष नारायण सक्सेना, शैलेंद्र याज्ञिक, हेमंत
श्रीवास्तव, सूर्यप्रकाश सक्सेना, कल्याणसिंह लोधी, रमेश मालवीय सहित बड़ी
संख्या में शिक्षक शामिल थे।