संविदा शाला शिक्षक भर्ती में हुए फर्जीवाड़े में शक के दायरे में आए शिक्षक
जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। पांचवें अवसर पर में 27 संविदा शिक्षकों
में से 13 अनुपस्थित रहे। जबकि 14 शिक्षक दस्तावेज लेकर पहुंचे। अब इन
शिक्षकों पर प्रशासन एकतरफा कार्रवाई कर सकता है।
यहां बता दें वर्ष 2006, 2009 और 2011 में हुई संविदा शाला शिक्षक
भर्ती में गड़बडिय़ों को लेकर ग्वालियर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर है।
इसका जवाब देने के लिए इन तीन वर्षों के 73 शिक्षकों का रिकार्ड जनपद
पंचायतों में नहीं मिला। ऐसे में जिला प्रशासन इन शिक्षकों से उनके मूल
दस्तावेज मांगे हैं। चार बार अवसर दिए जाने के बाद 43 में से 22 शिक्षकों
ने अपने दस्तावेज जांच के लिए कमेटी को नहीं दिए हैं। वहीं जांच कमेटी ने
शिक्षकों से लिए गए दस्तावेजों को सत्यापन के लिए भेजा। कुछ गड़बड़ी मिलने पर
प्रशासन ने पुन: पांचवां अवसर दिया।
कब-कब दिए अवसर
संविदा शाला शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ें की जांच कर रही कमेटी ने
शिक्षकों से पहली बार 9 सितंबर, दूसरी बार 3 अक्टूबर, तीसरी बार 13 दिसंबर
और चौथी बार 23 दिसंबर को बुलाया। लेकिन फिर भी जब कुछ शिक्षक नहीं आए तो
उन्हें पांचवां अवसर देते हुए तीन फरवरी को जिपं में बुलाया गया था, यहां
भी 13 शिक्षक अनुपस्थित रहे।