रासं, भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यापक
संवर्ग खत्म कर उसे शिक्षा विभाग में संविलियन करने की घोषणा से अध्यापकों
में हर्ष है। सूत्रों के अनुसार महिला शिक्षकों के मुंडन की घटना ने
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बेहद विचलित कर दिया था।
इस विरोध को
थामने के लिए मुख्यमंत्री चौहान ने समस्या का हल निकालने का फैसला लिया और
अध्यापकों के हित में फैसला लेते हुए संविलियन का निर्णय लिया। उधर, पूर्व
केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का कहना है कि
अध्यापक संवर्ग को शिक्षक बनाने की सीएम की घोषणा तो ठीक है पर इसका पालन
कब तक होगा इसमें संशय है। उन्होंने कहा कि सीएम की कई घोषणाएं आज भी
फाइलों से बाहर नहीं आ पाई है। आज मुंगावली जाने से पहले राजधानी में
संवाददाताओं से चर्चा करते हुए सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह
अध्यापकों के साथ है अगर सीएम की घोषणा पर जल्द अमल नहीं हुआ तो कांग्रेस
आंदोलन करेगी। हाल ही में आए नगरीय निकाय चुनाव परिणामों को लेकर उन्होंने
कहा कि इन चुनावों से साफ है जनता भाजपा के कुशासन से तंग आ चुकी है।
उन्होंने कहा कि सीएम के विकास के दावों की हकीकत अब जनता के सामने आ चुकी
है और जनता बदलाव चाह रही है।
व्यापमं घोटाले को उठाने वाले पारस सकलेचा कांग्रेस की शरण में
भोपाल। रतलाम से पूर्व महापौर और निर्दलीय विधायक रहे पारस सकलेचा जल्द ही
कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस के राष्टÑीय महासचिव और प्रदेश
प्रभारी दीपक बावरिया से हुई उनकी मुलाकात के बाद उनका कांग्रेस में आना तय
हो गया है। इस संबंध में पारस सकलेचा का कहना है कि उनकी कांग्रेस के कई
नेताओं से बात हो गई है, वे जल्द ही कांग्रेस में शामिल होंगे।