रीवा. राज्य महिला आयोग की बेंच ने विशेष सुनवाई के
लिए रीवा में शिविर लगाया। शहर के सर्किट हाउस में भारी संख्या में पीडि़त
और उनके परिजन पहुंचे। शासकीय स्कूल की शिक्षक द्वारा प्रस्तुत शिकायत पर
राज्य महिला आयोग के सदस्यों ने दोनों शिक्षकों को जमकर फटकार लगाई है।
सदस्यों ने कहा कि शिक्षक जैसे पद में होने के बावजूद यह रवैया है तो
बच्चों को कौन सी शिक्षा देंगे। इसके बाद आयोग की सदस्यों ने महिला शिक्षक
को किसी भी तरह से प्रताडि़त नहीं करने के लिए शिक्षक से लिखवाया, जिसने
लिखा है कि आगे से ऐसी गलती नहीं होगी।
47 मामलो की सुनवाई
राज्य महिला आयोग की सदस्य
अंजू सिंह बघेल एवं सूर्या चौहान ने ४७ मामलों की सुनवाई कर संबंधित
अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए हंै। सोहागी में पदस्थ शिक्षका ने जमीन
विवाद को लेकर अपने ज्येष्ठ जो कि शिक्षक हैं, उन पर प्रताडऩा का आरोप
लगाया है। इन दोनों के मामलों को सुनने के बाद आयोग सदस्यों ने शिक्षकों के
इस तरह व्यवहार पर गहरी नाराजगी जताते हुए फटकार लगाई है। शिक्षक ने जेठ
के ऊपर दुराचार करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
मृत बेटी को न्याय दिलाने रो पड़ा पिता
सगाई के
बाद दहेज मांगने की घटना के बाद नेहरू नगर में रहने वाली ऋचा सिंह ने फांसी
लगाकर आत्महत्या कर लिया था। अपनी मृत बेटी को न्याय दिलाने आयोग के सदस्य
के सामने पीड़ा बताते हुए विजय सिंह के आंसू निकल आए। इस मामले में एसपी
ने सूर्यप्रताप सिंह जो कि लड़के के पिता है 50 दिन फरार व 20 दिन जेल में
रहने के बाद विभागीय जांच में सिर्फ वेतनवृद्धि रोकी है। इस पर विजय सिंह
ने कहा कि एसपी कार्रवाई नहीं कर रहे। वेतनवृद्धि रोकना कोई सजा नहीं है
उन्हे बर्खास्त करना चाहिए। इस मामले में आयोग की सदस्य ने जांच के निर्देश
दिए हैं। सूर्यप्रताप सिंह जुलाई में सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
विवि पर लगाए 50 हजार का जुर्माना
राज्य महिला
आयोग ने शोध छात्रा श्वेता पांडेय को भी बुलाया था। सदस्यों ने कहा कि
विश्वविद्यालय में महिलाओं की समस्या के लिए आंतरिक परिवाद समति गठित नहीं
थी। इस मामले में शासन ने विश्वविद्यालय को पचास हजार का जुर्माना लगाया है
लेकिन इसके बाद भी जुर्माना के आदेश को प्रशासन ने दबाकर रखा है।
संपत्ति हड़पने का आरोप
ग्रामीणों की प्रताडऩा झेल
रही 76 वर्षीय रामवती दुबे ने राज्य महिला आयोग के सामने न्याय की गुहार
लगाई। रामरती ने बताया कि वह अकेले गांव में रहती है उसकी पांच एकड़ जमीन व
संपत्ति हड़पने के लिए आसपास रहने वाले प्रताडि़त कर रहे हैं। इसके लिए
शिकायत थाने में की लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है। आयोग ने कलेक्टर को
कार्रवाई के निर्देश दिए ।
महिला थाने में तत्काल दर्ज करो एफआईआर-
युवती की
शिकायत पर मकान मालिक के खिलाफ पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज नहीं करने पर
राज्य महिला आयोग ने मौके पर महिला थाने में एफआईआर दर्ज कर एफआईआर की कापी
तलब की। इस पर महिला थाने ने मामला दर्ज कर लिया है।