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मिडिल स्कूल में शिक्षक नहीं, विवादों में उलझा पड़ा है अतिरिक्त कक्ष

शहडोल. जनपद पंचायत ब्यौहारी अंतर्गत ग्राम पंचायत धांधोकुई में संचालित प्राथमिक पाठशाला का अतिरिक्त कक्ष अभी भी पूर्ण नहीं हो पाया। बताया जा रहा है कि उक्त अतिरिक्त कक्ष की स्वीकृति वर्ष 2006 में प्राप्त हुई थी। जिसका निर्माण कार्य लगभग १ लाख ८९ हजार रुपये से किया जाना था।
भवन का जो निर्माण होना था वह वर्ष 2008 में हो गया। इसके बाद भवन निर्माण को लेकर ऐसी विवादास्पद स्थिति निर्मित हुई कि जिस स्थिति में वर्ष 2008 में यह अतिरिक्त कक्ष था वह आज भी उसी स्थिति में बना हुआ है। लगभग १० वर्ष का समय बीतने को है लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नही है।
जानकारों की माने तो भवन निर्माण के लिये जो राशि स्वीकृति हुई थी वह भी निकल चुकी है साथ ही सीसी भी जारी हो गई है। भवन की बात की जाये तो वह जस का तस जर्जर स्थिति में हैं। भवन छपाई व फर्स निर्माण कार्य नहीं कराया गया है। जिसके चलते यह पूरी तरह से जर्जर स्थिति में पड़ा हुआ है। जिसे देखने सुनने वाला कोई नहीं है। यह कहा जाये कि शिक्षा विभाग इस अतिरिक्त कक्ष भवन को भूल गया है तो गलत नहीं होगा। क्योंकि भवन पूर्ण क्यों नही हुआ भवन के लिये स्वीकृति राशि का उपयोग कहां किया गया। इसके अभी तक किसी ने सुध ही नहीं ली है। बताया जा रहा है कि शिक्षक द्वारा राशि खर्च कर इसमें फर्श का काम करवाया था। उसे उसकी वह राशि भी प्राप्त नहीं हो पाई है।
किसी ने नहीं किया जिक्र
सबसे सोचनीय पहलू यह है कि हाल ही में कलेक्टर नरेश पाल के निर्देश पर ब्यौहारी जनपद पंचायत में लोक सेवक जन के द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें अधिकारी ग्राम पंचायतों में पहुंचकर वहां की शिकायतों व समस्याओं को सुना व उनके निराकरण करने का प्रयास किया। इस कड़ी में धांधोकुई ग्राम पंचायत भी अधिकारी पहुंचे हुये थे। विद्यालय परिसर में ही स्थित ग्राम पंचायत भवन में ग्राम सभा का आयोजन किया गया। जिसमें सभी ने अपनी अपनी शिकायत अधिकारियों के समक्ष रखी। लेकिन इस अतिरिक्त कक्ष व शैक्षणिक व्यवस्था को लेकर कोई आगे नही आया।

मिडिल स्कूल में शिक्षक नहीं
क्षेत्र की शैक्षणिक व्यवस्था का आंकलन इसी से किया जा सकता है कि माध्यमिक विद्यालय धांधोकुई में अध्ययनरत लगभग ७६ छात्रों को पढ़ाने वाला एक भी शिक्षक नही है। उक्त ग्राम पंचायत के ही दाल टोला में संचालित माध्यमिक विद्यालय की भी कुछ यही स्थिति है। स्थानीय जनों की माने तो दाल टोला के माध्यमिक विद्यालय में एक भी शिक्षक नही है। ऐसे में यहां अध्ययनरत छात्रों का क्या भविष्य होगा इसका आंकलन किया जा सकता है। माध्यमिक विद्यालय धांधोकुई का प्रभार प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक को दिया गया है।

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