दुनिया में सभी अहम् पहलुओं में शिक्षा को
सर्वोपरि रखा गया हैं। वैसे यह सही भी हैं क्योंकि शिक्षा की मदद से आप
अपने उज्जवल भविष्य के साथ-साथ देश के विकास में भी अपना योगदान दे सकते
हैं।
इन सभी के बीच सोचने वाली बात यह हैं कि क्या सभी लोग शिक्षा को ग्रहण
कर रहें हैं? खैर परेशान होने की जरूरत नहीं हैं क्योंकि आज हम आपको
बताएँगे की भारत देश में शिक्षा साक्षरता का क्या हाल हैं और व्यक्ति तथा
देश के विकास के लिए प्रशासन ने कौन-से अहम् फैसले लिए हैं:-
यह ख़ुशी की बात हैं कि, पिछले 15 वर्षो
में शिक्षा के क्षेत्र में बहुत प्रगति हुई। जी हाँ! सन् 1950-51 में
प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में बहुत प्रगति हुई थी। सन् 1950-51 में
प्राथमिक शिक्षा के मान्यता प्राप्त विद्यालयों की संख्या करीब 2.1 लाख थी
जो 1962-63 में बढ़कर 3.67 लाख हो गई और इसी दौरान विद्यार्थियों की संख्या
लगभग 183 लाख से बढ़कर 313 लाख हो गई। वैसे माध्यमिक शिक्षा की प्रगति का
अनुमान इस बात से लगाया जा सकता हैं कि जहाँ सन् 1950-51 में कुल 20,844
माध्यमिक विद्यालय और लगभग 52.3 लाख विद्यार्थी और 2.1 लाख अध्यापक थे।
वहीं सन् 1962-63 में विद्यालयों की संख्या 82,846 और विद्यार्थियों की
संख्या 226.70 लाख तथा अध्यापकों की संख्या 7.89 लाख हो गई थी। आपको बता
दें, सन् 1964 में भारत में 62 विश्वविद्यालय थे जहाँ लगभग 12 लाख
विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते थे। इसके बाद प्रशासन ने शिक्षा को लेकर कई
बेहतर प्रयास किए। अधिक जानकारी के लिए यह पढ़ें:- http://bharatdiscovery.org
मध्यप्रदेश में शिक्षा साक्षरता
शिक्षा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने बहुत
अधिक उन्नति की हैं। यदि हम साक्षरता दर की बात करें तो वर्ष 2001 में
यहाँ 64.11 प्रतिशत थी और संपूर्ण भारत में 65 प्रतिशत थी जो वर्ष 2011 में
बढ़कर 70.63 प्रतिशत और संपूर्ण भारत में 74.04 प्रतिशत हो गई। इसके साथ
ही मध्यप्रदेश में महिला साक्षरता में सुधार लाने हेतु अधिक जोर दिया जा
रहा हैं। मध्यप्रदेश शासन सभी को उचित गुणवत्ता तथा प्रासंगिक शिक्षा के
अवसर प्रदान करने और साथ ही रोजगारोन्मुखी तथा कौशल विकास के पाठ्यक्रम
(कोर्स) पर अधिकतम बल दे रही है। अधिक जानकारी के लिए यहाँ पढ़ें:- http://www.mp.gov.in/school-education2
मध्यप्रदेश राज्य की साक्षरता की रूपरेखा:-
| साक्षरता दर (2001) | साक्षरता दर (2011) | |
| पुरूष | 76.8 | 80.5 |
| महिला | 50.2 | 60 |
स्कूलों की संख्याँ:-
| Schools in Madhya Pradesh | |
| Government Primary Schools | 83412 |
| Aided Primary Schools (Private) | 852 |
| Unaided Primary Schools (Private) | 12533 |
| Government Upper Primary Schools | 28479 |
| Aided Upper Primary Schools (Private) | 410 |
| Unaided Upper Primary Schools (Private) | 14773 |
| Total High Schools (Including Private) | 6636 |
| Total Higher Secondary Schools (Including Private) | 5211 |
| Govt. Primary School | Govt. Upper Primary School | |
| Teacher in Position | 191368 | 74552 |
| Enrolment | 6804712 | 3315843 |
| Pupil-teacher Ratio (Private) | 35.6 | 44.5 |