Important Posts

Advertisement

पांच दिन से धरने पर बैठे रिटायर्ड शिक्षक को मिला क्रमोन्नति का लाभ

भास्कर संवाददाता| छतरपुर पन्ना रोड से सटे बसारी गांव के शासकीय मिडिल स्कूल में पदस्थ रहे हेडमास्टर को क्रमोन्नति का लाभ नहीं मिलने से दुखी होकर अपनी इच्छा से रिटायर्डमेंट ले लिया।
इसके बाद वह लगातार क्रमोन्नति को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखते रहे, लेकिन उनके द्वारा अभी तक पीपीओ जारी नहीं किया गया। इस संबंध में शिक्षक सीएम हेल्प लाईन और जनसुनवाई में आवेदन भी दिए। एक बार आमरण अनशन पर भी बैठ चुके। जिसमें उन्हें सिर्फ अभी तक आश्वान मिलता रहा है। इस बात से नाराज होकर शिक्षक दोबारा 3 अक्टूबर को फिर से जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आमरण अनशन पर बैठ गया है। शनिवार की शाम कलेक्टर के अादेश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने दस्तोवेजों की पूर्ति करते हुए हेड मास्टर को क्रमोन्नति का लाभ दिते हुए अनशन खत्म करवाया।

गौरतलब है कि बसारी के प्राइमरी स्कूल में पदस्थ रहे श्रीराम नागर जनसुनवाई और सीएम हेल्प लाईन में शिकायत करने के बाद जब उन्हें क्रमोन्नति का लाभ नहीं मिला तो वह 1 सितंबर को धरने पर बैठ गए। लेकिन 4 सितंबर को कलेक्टर के निर्देश पर अधिकारियों ने आश्वासन देकर अनशन तुड़वा दिया। एक माह बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर शिक्षक दोबारा 3 अक्टूबार को कार्यालय प्रागंण में अामरण अनशन पर बैठ गया। उनका कहना है कि यदि विभाग द्वारा मनमानी करते हुए शिक्षकों की सुनवाई नहीं की जाती है, तो हम आत्मदाह करने को मजबूर हो जाएगे। क्रमोन्नति का लाभ न मिलने से शिक्षक काफी परेशान था।

शिक्षक ने बताया कि 31 वर्ष सेवा पूर्ण करने के बाद भी शिक्षकों को दिया जान वाला 12 और 24 वर्षीय क्रमोन्नति का लाभ नहीं दिया गया। डीईओ कार्यालय द्वारा अपने पत्र क्रमांक 6889/28.12.15 से 24 वर्षीय क्रमोन्नति आदेश निकाला गया, जिसमें मेरे सभी साथियों के नाम है।

31 जलाई 16 को ली थी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति

श्रीराम नागर ने बताया कि कार्यालय द्वारा की गई घोर लापरवाही और उपेक्षा के कारण मैंने 31 जुलाई 16 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने जैसा कठोर कदम उठाया। रिटायर होने के बाद डीईओ और कार्यालय के संपर्क में आया। मैंने अगले 6 माह में होने वाली जिला पदोन्नति समिति की बैठक में नाम जोड़ने का अनुरोध किया, लेकिन मुझे जानबूझकर परेशान करते हुए बसारी प्राचार्य से फिर प्रस्ताव की मांग की थी।

छतरपुर। शिक्षा अधिकारी ने जूस पिलाकर अनशन खत्म करवाया। 

UPTET news

Facebook