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77 अतिशेष शिक्षकों को भेजा रिक्त स्थानों पर

अंबिकापुर। नईदुनिया प्रतिनिधि हाई व हायर सेकेंडरी स्कूलों में शिक्षा गुणवत्ता सुधार हेतु शिक्षकों की विषयवार समुचित व्यवस्था के तहत शहर के आसपास स्थित स्कूलों के अतिशेष शिक्षकों को रिक्त पदों पर आगामी तीन माह के लिए समायोजित किया गया है।
कलेक्टर किरण कौशल के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने 144 अतिशेष शिक्षकों की सूची तैयार की है और प्रथम चरण में 77 व्याख्याता पंचायतों का समायोजन किया गया है। यह आदेश केवल शैक्षणिक व्यवस्था बनाए जाने के लिए किया गया है।
सरगुजा जिले में 10वीं, 12वीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम निराशाजनक आने के कारण इस बार से हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल में शिक्षा गुणवत्ता सुधार हेतु कवायद की जा रही है। इसके तहत जिले के उन स्कूलों में जहां एक ही विषय के स्वीकृत पर से अधिक व्याख्याता पंचायत व नियमित शिक्षकों को शहर व ग्रामीण क्षेत्र के रिक्त पदों पर अस्थाई तौर पर पदस्थ किया जा रहा है। शिक्षा विभाग ने कलेक्टर के निर्देश पर सभी विषयों के अतिशेष शिक्षकों की सूची मंगाई और कलेक्टर को प्रेषित किया। हाई स्कूल स्तर के 138 व हायर सेकेंडरी स्कूल स्तर के 200 सहित कुल 338 विषयवार रिक्त पदों व आवश्यकता वाले पदों की सूची बनाई गई थी। इसमें ग्रामीण व नगरीय दोनों निकायों के पद शामिल हैं। विषयवार 144 अन्य विद्यालयों में अतिरिक्त रूप से पदस्थ शिक्षकों को चिन्हित कर सूची तैयार की गई। जिला शिक्षाधिकारी की ओर से रिक्त व आवश्यकता वाले विद्यालयों में विषयवार अतिरिक्त शिक्षकों को वैकल्पिक रूप से पदस्थ करने की योजना बनाई है। 43 ग्रामीण व नगरीय निकाय के विद्यालयों में विषयवार कुल 77 व्याख्याता पंचायत, नियमित व्याख्याता को वैकल्पिक रूप से पदस्थ करने का प्रस्ताव कलेक्टर को भेजा गया। कलेक्टर ने प्रथम चरण में 70 ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षकों व सात नियमित शिक्षकों को रिक्त व आवश्यकता वाले स्कूलों में वैकल्पिक तौर पर पदस्थ करने का अदेश जिला पंचायत सीईओ को जारी किया है।
जिला पंचायत सीईओ ने शुक्रवार की देर शाम प्रथम चरण में कला संकाय के उक्त शिक्षकों को रिक्त व आवश्यकता वाले स्कूलों में आगामी 30 सितंबर तक के लिए पदस्थ करने का आदेश जारी कर दिया है। हालांकि जारी आदेश में शहर के आसपास के ग्रामीण स्कूलों से शिक्षक शहर के स्कूलों में पदस्थ हुए हैं। चूंकि शहरी क्षेत्रों में भी शिक्षकों की काफी कमी थी, इसकारण इसकी पूर्ति की गई है।
ग्रामीण इलाकों के स्कूल अभी भी खाली-
शहर के आसपास स्थित स्कूलों में स्वीकृत पद के अतिरिक्त पदस्थ शिक्षकों को शहर के स्कूलों में पदस्थ कर दिया गया। ऐसी स्थिति में दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्कूल अभी भी खाली रह गए हैं। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि शहर में भी शिक्षकों की बेहद जरूरत थी। उसकी पूर्ति करने की पहल हुई है। आने वाले दिनों में ग्रामीण क्षेत्रों में भी अतिरिक्त शिक्षकों को वैकल्पिक तौर पर शिक्षा गुणवत्ता के लिए भेजा जाएगा।
इन विषयों के शिक्षकों का संलग्नीकरण-
जारी आदेश के तहत इतिहास के चार, कृषि विज्ञान के एक, कला संकाय के तीन,हिंदी के 11, विज्ञान हाईस्कूल के छह, भौतिकी के एक, राजनीति शास्त्र के चार, रसायन के सात, संस्कृत 10, वाणिज्य के चार,जीव विज्ञान के सात, अंग्रेजी के नौ, अर्थशास्त्र के तीन, गणित के पांच एवं भूगोल के दो शिक्षकों का संलग्नीकरण किया गया है। हालांकि विभाग का दावा है कि शेष पद के लिए अतिशेष शिक्षकों में विषयवार शिक्षक नहीं मिले। हालांकि जिन विषयों के शिक्षक अतिशेष सूची में हैं,उन विषयों के पद ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में खाली पड़े हैं। 

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