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स्कूलों में एडमिशन फर्जीवाड़ा, तीन साल में 96 हजार विद्यार्थी मिले फर्जी

रमाशंकर शर्मा@ सतना जिले की सरकारी और निजी स्कूलों में एडमिशन फर्जीवाड़े का सनसनीखेज मामला आया है। यहां बच्चों को फर्जी प्रवेश दे दिया गया। इसका खुलासा चाइल्ड आईडी से हुआ। बीते तीन साल में 96 हजार के लगभग विद्यार्थी फर्जी पाए गए। जो कक्षा एक से आठ तक के हैं।
स्कूलों से व्यापक पैमाने पर बच्चों के गायब होने का क्रम भी जारी है। सवाल यह खड़ा हो गया है कि आखिर इतने व्यापक पैमाने पर विद्यार्थी स्कूल छोड़कर गए कहां?

यह था खेल
जिले के विद्यालयों में पहले यह खेल चलता था कि एक बच्चा यदि किसी स्कूल में कक्षा एक में दाखिला ले लेता था तो उसका नाम अपने आप दूसरी कक्षाओं में लिखा जाता था। भले ही बच्चा किसी दूसरी स्कूल में ही दाखिला क्यों न ले ले। वहीं योजना के लाभ के लिए कुछ छात्र अपना नाम सरकारी विद्यालयों में लिखा लेते थे, लेकिन पढ़ाई दूसरी जगह करते थे। ऐसे में कक्षा एक से आठ तक जिले के विद्यालयों में पढऩे वाले विद्यार्थियों की संख्या बहुत थी। जबकि वास्तविक संख्या काफी कम थी। इसकी आड़ में विद्यालयों में मध्याह्न भोजन, गणवेश, परीक्षा का पैसा आदि मामलों में लाभ के दरवाजे खुलते थे, वहीं शिक्षकों की फर्जी भर्ती भी हो जाती थी। इसी लाभ के लिए विद्यार्थियों के फर्जी नाम जोड़े जाते थे।

चाइल्ड आईडी ने रोका खेल
मामले का खुलासा स्कूल शिक्षा विभाग में लागू की गई चाइल्ड आईडी व्यवस्था से हुआ। समग्र पोर्टल के माध्यम से सभी शासकीय और निजी स्कूलों के नामांकन की व्यवस्था लागू करने के साथ ही चाइल्ड आईडी के माध्यम से एडमिशन शुरू किया गया तो पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ गया। एक विद्यालय में चाइल्ड आईडी दर्ज हो जाने पर दूसरे विद्यालय में यह आईडी दर्ज नहीं होती थी। इससे पोर्टल पर फर्जी नामांकन नहीं हो सकता था।

इस तरह घटा नामांकन
कक्षा एक से आठ तक जिले के सभी निजी और सरकारी विद्यालयों में नामांकन की गिरावट के जो आंकड़े आए हैं वे जिले में चल रहे बड़े खेल की ओर इशारा कर रहे हैं। 2013-14 में जिले में 4,73,721 बच्चे नामांकित थे। लेकिन 14-15 में नामांकित बच्चों की संख्या 4,27,144 रह गई। अर्थात 46,577 बच्चों के नामांकन स्कूलों से कट गए। 15-16 में नामांकन फिर घटकर 3,95,392 रह गया। इस साल भी स्कूल छोडऩे वाले बच्चों की संख्या 31,852 दर्ज की गई। 16-17 में भी यह गिरावट जारी रही और 3,76,899 विद्यार्थियों के ही नामांकन दर्ज किए गए। अर्थात इस साल स्कूलों से 18,393 बच्चों के नामांकन स्कूलों से काटे गये। इस तरह इन तीन सालों में 96822 बच्चों के नामांकन काटे गए। अगर सरकारी विद्यालयों में नामांकन में गिरावट देखे तो 2014-15 में 23105 विद्यार्थी, 2015-16 में 27067 और 2016-17 में 19353 विद्यार्थियों के नामांकन में गिरावट दर्ज की गई है।

ऐसे हुई गिरावट
ब्लाक 2013-14 14-15 15-16 16-17
अमरपाटन 50704 41750 38285 35952
मैहर 76009 71752 68060 64024
मझगवां 60476 58195 54253 51383
नागौद 47483 42345 39631 37060
रामनगर 34748 32377 29752 28635
रामपुर बाघेलान 55183 49154 39670 37803
सोहावल उचेहरा 107533 96863 93540 91391
उचेहरा 41585 34708 32101 30651
योग 473721 427144 395292 376899

घटे 46577 31852 18393

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