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19 सौ विद्यार्थियों को पढ़ाने केवल 10 शिक्षक

सागर। ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूल शिक्षक व संसाधनों की कमी है। स्कूलों में आरटीई के मापदंडों के अनुसार शिक्षकों की पदस्थापना नहीं है। बैठने के लिए भी कक्ष कम हैं। इसी तरह का वाक्या बांदरी हायर सेकंडरी स्कूल में नजर आया। इस स्कूल का जिला पंचायत उपाध्यक्ष व जिला शिक्षा समिति अध्यक्ष आशासिंह व जिला वन समिति की अध्यक्ष इंजीनियर ज्योति पटेल ने गुरुवार को निरीक्षण किया। इसमें कई अव्यवस्थाएं सामने आईं।

उन्होंने प्राइमरी व मिडिल स्कूल रानीपुरा, प्राइमरी स्कूल खजुरिया, मिडिल स्कूल खजुरिया, प्राइमरी स्कूल इमलिया, प्राइमरी स्कूल नेतना, प्राइमरी स्कूल बरोदिया गुसाई, बालक मिडिल स्कूल बांदरी व शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल बांदरी का निरीक्षण किया। हायर सेकंडरी स्कूल बांदरी में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या जहां 19 सौ थी, वहीं इन्हें पढ़ाने के लिए केवल 10 शिक्षक पदस्थ हैं। बच्चों को बैठने के लिए भी भवन की कमी है। गांववालों ने यहां जनप्रतिनिधियों से गांव में अलग से कन्या शाला खोले जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में गांव में हायर सेकंडरी स्कूल में छात्र-छात्राएं साथ बैठकर पढ़ाई करते हैं। गांववाले अरसे से बालिका शाला की मांग कर रहे हैं, जिस पर सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने बताया कि स्कूल में भौतिकी, रसायन, गणित, जीवविज्ञान पढ़ाने के लिए शिक्षक ही नहीं हैं।
प्राइमरी स्कूल बरोदिया गुसाई बंद मिली
निरीक्षण में आशा सिंह व ज्योति पटेल को बरोदिया गुसाई गांव की प्राइमरी स्कूल बंद मिली। जिनका उन्होंने मौके पर पंचनामा बनाया व कार्रवाई के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के लिए प्रेषित कर दिया।
उन्होंने बताया कि बांदरी हायर सेकंडरी स्कूल में पर्याप्त साफ-सफाई नहीं थी। प्रयोगशाला में कुर्सी और टेबल कबाड़ की तरह पड़े हुए थे। प्राइमरी स्कूल खजुरिया में शौचालय में दरवाजा नहीं था, जिससे बालिकाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। निरीक्षण की गई स्कूलों में दर्ज संख्या के हिसाब से बच्चों की उपस्थिति कम थी।


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